
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस ने शनिवार को कहा कि गुजरात भविष्य में पारंपरिक चिकित्सा का केंद्र होगा। उन्होंने गुजरात की जमकर तारीफ की। घेब्रेयसस ने गांधीनगर में जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में पीटीआई-भाषा से कहा, ''मेरा मानना है कि अब से कुछ साल बाद गुजरात पारंपरिक चिकित्सा का मक्का होगा।
यह अद्वितीय है और यह बहुत महत्वपूर्ण है।''
इससे पहले केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के दूसरे और आखिरी दिन यहां महात्मा मंदिर सम्मेलन केंद्र में 'डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक पहल- एक डब्ल्यूएचओ प्रबंधित नेटवर्क' (जीआईडीएच) की शुरुआत की। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस की उपस्थिति में पहल की शुरुआत की।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि जीआईडीएच एक एकीकृत कदम है जो प्रयासों और सर्वोत्तम प्रथाओं को जोड़कर स्वास्थ्य देखभाल में समानता को बढ़ावा देता है। पीटीआई ने घेब्रेयसस के हवाले से कहा, "यह नैतिकता, नीति और शासन को उचित महत्व देते हुए एआई जैसे उपकरणों को शामिल करके हमारे प्रयासों को बढ़ाएगा। जीआईडीएच यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी पीछे न छूटे।"
घेब्रेयेसस ने कहा कि गंभीर स्वास्थ्य देखभाल व्यवधानों के दौरान प्रौद्योगिकी की क्षमता और सफल कार्यान्वयन टेलीमेडिसिन के उपयोग के रूप में कोविड-19 के दौरान स्पष्ट दिखा। जीआईडीएच एक डब्ल्यूएचओ प्रबंधित नेटवर्क ('नेटवर्कों का नेटवर्क') होगा जो प्रयासों के दोहराव और "उत्पाद-केंद्रित" डिजिटल स्वास्थ्य परिवर्तन जैसी चुनौतियों का समाधान करके डिजिटल स्वास्थ्य तक समान पहुंच को बढ़ावा देगा। विज्ञप्ति में कहा गया कि जीआईडीएच वैश्विक रणनीति में प्रस्तावित कार्यों में से 70 प्रतिशत से अधिक का समाधान करने में मदद करेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस ने शनिवार को कहा कि गुजरात भविष्य में पारंपरिक चिकित्सा का केंद्र होगा। उन्होंने गुजरात की जमकर तारीफ की। घेब्रेयसस ने गांधीनगर में जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में पीटीआई-भाषा से कहा, ''मेरा मानना है कि अब से कुछ साल बाद गुजरात पारंपरिक चिकित्सा का मक्का होगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के दूसरे और आखिरी दिन यहां महात्मा मंदिर सम्मेलन केंद्र में 'डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक पहल- एक डब्ल्यूएचओ प्रबंधित नेटवर्क' (जीआईडीएच) की शुरुआत की। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस की उपस्थिति में पहल की शुरुआत की।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि जीआईडीएच एक एकीकृत कदम है जो प्रयासों और सर्वोत्तम प्रथाओं को जोड़कर स्वास्थ्य देखभाल में समानता को बढ़ावा देता है। पीटीआई ने घेब्रेयसस के हवाले से कहा, "यह नैतिकता, नीति और शासन को उचित महत्व देते हुए एआई जैसे उपकरणों को शामिल करके हमारे प्रयासों को बढ़ाएगा। जीआईडीएच यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी पीछे न छूटे।"
घेब्रेयेसस ने कहा कि गंभीर स्वास्थ्य देखभाल व्यवधानों के दौरान प्रौद्योगिकी की क्षमता और सफल कार्यान्वयन टेलीमेडिसिन के उपयोग के रूप में कोविड-19 के दौरान स्पष्ट दिखा। जीआईडीएच एक डब्ल्यूएचओ प्रबंधित नेटवर्क ('नेटवर्कों का नेटवर्क') होगा जो प्रयासों के दोहराव और "उत्पाद-केंद्रित" डिजिटल स्वास्थ्य परिवर्तन जैसी चुनौतियों का समाधान करके डिजिटल स्वास्थ्य तक समान पहुंच को बढ़ावा देगा। विज्ञप्ति में कहा गया कि जीआईडीएच वैश्विक रणनीति में प्रस्तावित कार्यों में से 70 प्रतिशत से अधिक का समाधान करने में मदद करेगा।
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