डब्ल्यूसीडी विभाग में उप निदेशक के पद पर कार्यरत दिल्ली के निलंबित अधिकारी प्रेमोदय खाखा द्वारा नाबालिग के यौन उत्पीड़न के मामले में दिल्ली पुलिस जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी।
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने गुरुवार को आईएएनएस को यह जानकारी दी। इस बीच, अपराध और फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला टीमों ने भी घर का निरीक्षण किया और कई सबूत एकत्र किए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने सबूत एकत्र किए हैं। फोन जब्त कर लिए गए हैं और जल्द ही हम मामले से जुड़े आठ से 10 लोगों के बयान दर्ज करेंगे। फिलहाल उनके पास आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
प्रेमोदय खाखा पर नवंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच लड़की से बार-बार बलात्कार करने का आरोप है। मामले से परिचित सूत्रों ने खुलासा किया है कि पीड़िता, जो उस समय सिर्फ 14 साल की थी। उसके बारे में कहा जाता है कि उसे 31 अक्टूबर 2020 को नशीला पदार्थ दिया गया और फिर बाद में उसका बलात्कार किया गया।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई की और 13 अगस्त को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्यवाही शुरू की। नौ दिनों की जांच के बाद, कथित सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी की पत्नी को भी गिरफ्तार किया है।
पीड़िता अभी भी अस्पताल में भर्ती है और उसे हुए आघात के कारण उसकी हालत अस्थिर बताई जा रही है। सूत्रों ने कहा कि इस बात के सबूत हैं कि पीड़िता पर आरोपी व्यक्ति द्वारा और भी हमले किए गए होंगे।
फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में है और पूछताछ के माध्यम से हमें अतिरिक्त जानकारी मिलने की उम्मीद है।पीड़िता एक गोद ली हुई बच्ची थी जो 1 अक्टूबर 2020 को अपने पिता के निधन के बाद डिप्रेशन से जूझ रही थी।
सूत्रों के अनुसार, डिप्रेशन को कम करने के उद्देश्य से पीड़िता प्रेमोदय खाखा के आवास पर रही, इस दौरान उसके साथ कई बार रेप किया गया था। पहली बार हुए रेप की जानकारी जब लड़की ने अधिकारी की पत्नी को दी तो उसने उस पर ही गंभीर सवाल उठाए।
उसने यह कहकर बात को टाल दिया कि तूने ही कुछ किया होगा। इसके बाद लड़की सहम गई और इस बारे में अपनी मां से भी दुष्कर्म का जिक्र नहीं किया।
सूत्रों के अनुसार, पीड़िता की मां पति के दोस्त प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा पर बहुत ज्यादा भरोसा करती थी।
यही कारण है कि लड़की अपनी मां से सच बताने की हिम्मत नहीं जुटा पाई थी।सूत्रों के अनुसार, आरोपी की पत्नी सीमा का व्यवहार लड़की के प्रति सामान्य नहीं था। वह अधिकतर उसे डांटती थी। यहां तक कि परीक्षा में कम नंबर आने पर उसकी डंडों से पिटाई तक की थी।
यह जानकारी भी छात्रा ने अपनी मां से शेयर नहीं की। इसके बाद वह लगातार तनाव में रहने लगी।रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ के शुरुआती चरण के दौरान आरोपी ने आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया था।
उसने दावा किया था कि पीड़िता का परिवार उनके घर पर कई बार आया था। सूत्रों के अनुसार, लड़की 2021 में अपनी मां के साथ अपने घर लौट आई थी।
बताया जाता है कि जब लड़की गर्भवती हो गई। तब पीड़िता ने आरोपी की पत्नी को पूरी बात बताई तो उसने दवाई मंगवाकर उसे खिला दी थी।
डब्ल्यूसीडी विभाग में उप निदेशक के पद पर कार्यरत दिल्ली के निलंबित अधिकारी प्रेमोदय खाखा द्वारा नाबालिग के यौन उत्पीड़न के मामले में दिल्ली पुलिस जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी।
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने गुरुवार को आईएएनएस को यह जानकारी दी। इस बीच, अपराध और फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला टीमों ने भी घर का निरीक्षण किया और कई सबूत एकत्र किए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने सबूत एकत्र किए हैं। फोन जब्त कर लिए गए हैं और जल्द ही हम मामले से जुड़े आठ से 10 लोगों के बयान दर्ज करेंगे। फिलहाल उनके पास आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
प्रेमोदय खाखा पर नवंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच लड़की से बार-बार बलात्कार करने का आरोप है। मामले से परिचित सूत्रों ने खुलासा किया है कि पीड़िता, जो उस समय सिर्फ 14 साल की थी। उसके बारे में कहा जाता है कि उसे 31 अक्टूबर 2020 को नशीला पदार्थ दिया गया और फिर बाद में उसका बलात्कार किया गया।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई की और 13 अगस्त को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्यवाही शुरू की। नौ दिनों की जांच के बाद, कथित सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी की पत्नी को भी गिरफ्तार किया है।
पीड़िता अभी भी अस्पताल में भर्ती है और उसे हुए आघात के कारण उसकी हालत अस्थिर बताई जा रही है। सूत्रों ने कहा कि इस बात के सबूत हैं कि पीड़िता पर आरोपी व्यक्ति द्वारा और भी हमले किए गए होंगे।
फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में है और पूछताछ के माध्यम से हमें अतिरिक्त जानकारी मिलने की उम्मीद है।पीड़िता एक गोद ली हुई बच्ची थी जो 1 अक्टूबर 2020 को अपने पिता के निधन के बाद डिप्रेशन से जूझ रही थी।
सूत्रों के अनुसार, डिप्रेशन को कम करने के उद्देश्य से पीड़िता प्रेमोदय खाखा के आवास पर रही, इस दौरान उसके साथ कई बार रेप किया गया था। पहली बार हुए रेप की जानकारी जब लड़की ने अधिकारी की पत्नी को दी तो उसने उस पर ही गंभीर सवाल उठाए।
उसने यह कहकर बात को टाल दिया कि तूने ही कुछ किया होगा। इसके बाद लड़की सहम गई और इस बारे में अपनी मां से भी दुष्कर्म का जिक्र नहीं किया।
सूत्रों के अनुसार, पीड़िता की मां पति के दोस्त प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा पर बहुत ज्यादा भरोसा करती थी।
यही कारण है कि लड़की अपनी मां से सच बताने की हिम्मत नहीं जुटा पाई थी।सूत्रों के अनुसार, आरोपी की पत्नी सीमा का व्यवहार लड़की के प्रति सामान्य नहीं था। वह अधिकतर उसे डांटती थी। यहां तक कि परीक्षा में कम नंबर आने पर उसकी डंडों से पिटाई तक की थी।
यह जानकारी भी छात्रा ने अपनी मां से शेयर नहीं की। इसके बाद वह लगातार तनाव में रहने लगी।रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ के शुरुआती चरण के दौरान आरोपी ने आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया था।
उसने दावा किया था कि पीड़िता का परिवार उनके घर पर कई बार आया था। सूत्रों के अनुसार, लड़की 2021 में अपनी मां के साथ अपने घर लौट आई थी।
बताया जाता है कि जब लड़की गर्भवती हो गई। तब पीड़िता ने आरोपी की पत्नी को पूरी बात बताई तो उसने दवाई मंगवाकर उसे खिला दी थी।
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