पुलिस कस्टडी में देसूमलकाना के युवक की मौत होने के चार दिन बाद पुलिस अधीक्षक ने चार पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि इससे पहले ही एंटी नारकोटिक्स सैल इंचार्ज की बदली जींद में कर दी गई है।वहीं परिजन मुख्य आरोपी दाता राम को भी सस्पेंड करने की मांग पर अड़े हुए है। हालांकि मृतक के परिजनों के बयान पर पुलिस ने पहले ही एंटी नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज सहित पांच के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
एंटी नारकोटिक्स सैल टीम कस्टडी में लिया था देसूमलकाना का युवक
शनिवार शाम छह बजे एंटी नारकोटिक्स सैल इंचार्ज दाताराम ने अपनी टीम के साथ देसूलकाना निवासी गुरप्रीत को हिरासत में लिया था। गुरप्रीत के पास नशा होने की पुलिस को सूचना मिली थी। ऐसे में रात करीब साढ़े 11 बजे गुरप्रीत के परिजनों को उसकी मौत होने की जानकारी मिली थी। जिसके पश्चात रात को ही परिजनों ने पुलिस के खिलाफ रोष प्रकट करना शुरू कर दिया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की थी।
परिजनों की शिकायत पर दर्ज किया गया है मामला
वहीं रविवार को पुलिस ने मृतक के पिता के बयान दर्ज कर एंटी नारकोटिक्स सैल इंचार्ज दाता राम, एएसआई जसवीर सिंह, एएसआई हरजीत सिंह, ईएचसी विंद्र सिंह, सीटी गुरप्रीत सिंह के खिलाफ हत्या सहित अन्य धारा लगाकर मामला दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक की ओर से सोमवार को दाताराम की बदली जींद में कर दी गई। जिसके बाद देर शाम को पुलिस अधीक्षक ने एएसआई जसवीर सिंह, एएसआई हरजीत सिंह, विंद्र सिंह, सीटी गुरप्रीत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं मृतक के परिजन अभी भी मुख्य आरोपी दाताराम को सस्पेंड किए जाने की मांग पर अड़े हुए है।
शव लेने से कर दिया था इंकार, आश्वासन पर सोमवार को किया था अंतिम संस्कार
मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर कालांवाली थाना पुलिस ने एंटी नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज सहित अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया और रविवार को शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपने का प्रयास किया। लेकिन मृतक के परिजनों ने आरोपियों को सस्पेंड करने व गिरफ्तार किए जाने के बाद ही शव लेने की मांग उठाई। जिसके बाद डीएसपी के आश्वासन पर मृतक के परिजन माने। अब पुलिस अधीक्षक की ओर से कार्रवाई अमल में लाई गई है।
पुलिस कस्टडी में देसूमलकाना के युवक की मौत होने के चार दिन बाद पुलिस अधीक्षक ने चार पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि इससे पहले ही एंटी नारकोटिक्स सैल इंचार्ज की बदली जींद में कर दी गई है।वहीं परिजन मुख्य आरोपी दाता राम को भी सस्पेंड करने की मांग पर अड़े हुए है। हालांकि मृतक के परिजनों के बयान पर पुलिस ने पहले ही एंटी नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज सहित पांच के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
एंटी नारकोटिक्स सैल टीम कस्टडी में लिया था देसूमलकाना का युवक
शनिवार शाम छह बजे एंटी नारकोटिक्स सैल इंचार्ज दाताराम ने अपनी टीम के साथ देसूलकाना निवासी गुरप्रीत को हिरासत में लिया था। गुरप्रीत के पास नशा होने की पुलिस को सूचना मिली थी। ऐसे में रात करीब साढ़े 11 बजे गुरप्रीत के परिजनों को उसकी मौत होने की जानकारी मिली थी। जिसके पश्चात रात को ही परिजनों ने पुलिस के खिलाफ रोष प्रकट करना शुरू कर दिया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की थी।
परिजनों की शिकायत पर दर्ज किया गया है मामला
वहीं रविवार को पुलिस ने मृतक के पिता के बयान दर्ज कर एंटी नारकोटिक्स सैल इंचार्ज दाता राम, एएसआई जसवीर सिंह, एएसआई हरजीत सिंह, ईएचसी विंद्र सिंह, सीटी गुरप्रीत सिंह के खिलाफ हत्या सहित अन्य धारा लगाकर मामला दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक की ओर से सोमवार को दाताराम की बदली जींद में कर दी गई। जिसके बाद देर शाम को पुलिस अधीक्षक ने एएसआई जसवीर सिंह, एएसआई हरजीत सिंह, विंद्र सिंह, सीटी गुरप्रीत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं मृतक के परिजन अभी भी मुख्य आरोपी दाताराम को सस्पेंड किए जाने की मांग पर अड़े हुए है।
शव लेने से कर दिया था इंकार, आश्वासन पर सोमवार को किया था अंतिम संस्कार
मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर कालांवाली थाना पुलिस ने एंटी नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज सहित अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया और रविवार को शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपने का प्रयास किया। लेकिन मृतक के परिजनों ने आरोपियों को सस्पेंड करने व गिरफ्तार किए जाने के बाद ही शव लेने की मांग उठाई। जिसके बाद डीएसपी के आश्वासन पर मृतक के परिजन माने। अब पुलिस अधीक्षक की ओर से कार्रवाई अमल में लाई गई है।
एक टिप्पणी भेजें