: बूंदी के लाखेरी कस्बे की सुभाषनगर नयी बस्ती मे रहने वाली राजी बाई के लिए 27 अगस्त की रात मौत की रात साबित हुई. जब वह गहरी नींद मे थी तो रिश्ते में लगने वाले भांजे ने ही ईट से सिर मे जोरदार चोट कर मौत की नींद मे तब्दील कर दिया.
हत्या का आरोपी अपनी मामी के घर हुए अपमान की आग मे इतना कुंठित हो गया कि अपने संबंधो को भी भुला बैठा. हत्या की वारदात के बाद फरार होकर वह इधर उधर भटकता रहा. आखिर जब जेब मे तंगाई आने लगी तो लौट कर घर आया तो पहले तैयार बैठी पुलिस की गिरफ्त मे आ गया.
दरअसल इस हत्या के पीछे बूंदी के जय स्थल निवासी बंटी गुर्जर के दिल मे धधक रही अपमान की वह आग रही जिसका जन्म ही वारदात कुछ दिनो पहले मामी के घर हुआ था. आरोपी बंटी पहले की तरह मामी राजा बाई से मिलने उसके घर पहुंचा तो वहां पहले से ही तीन अन्य व्यक्ति बैठे मिले. अचानक बंटी को सामने देख तीनो व्यक्ति भी चौंक गये वही मामी भी सकपका गयी थी. आनन फानन मे राजी बाई ने बंटी को घर से चले जाने को कहा लेकिन वह नही गया तो वहां मौजुद लोगो ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. मोबाइल छीनकर बाहर फेंक दिया ओर उसे धक्के मार कर घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस पुरे घटनाक्रम मे राजा बाई मौन रही. उसने बंटी का सपोर्ट नही किया,यही बात उसे अखर गयी ओर वह प्रतिशोध की आग ले तब तो चला गया लेकिन बाद मे मामी के घर हुए अपमान का बदला उसकी हत्या से पुरा कर दिया.
दुध वाले से पता चली हत्या की बात
28 अगस्त की सुबह जब दुध वाला लटुर दुध देने आया तो राजी बाई के घर के बाहर से कुंदी लगी हुई थी. थोडा इंतजार के बाद जब राजी बाई नजर नही आई तो वह कुंदी खोलकर अंदर गया तो अंदर का माजरा देख आँखे फटी रह गयी. राजी बाई के नाक से खुन बह रहा था. अनहोनी की आशंका पर पडोसियों को बुलाया तो मामला दुसरा निकला. पुलिस मौके पर पहुंची तो मामला हत्या का निकला. प्रथम दृष्टया महिला की हत्या के साथ अन्य घटना की आशंका बनने लगी थी कि आखिरकार एक अकेली महिला के साथ कोई हत्या की वारदात को क्यो अंजाम देगा. पुलिस ने चोरी के एंगल से जाँच की तो घर से सभी सामान व्यवस्थित मिले. बाद मे कोटा से आई फोरेंसिक डाक्टर ने दुष्कर्म की बात को भी नकार दिया. तब पुलिस हत्या की वजह खोजने लगी.
मोबाईल से निकला हत्या का राज
पुलिस हत्या की घटना को लेकर सभी एंगल से जाँच मे जुट गयी. पुलिस मृतका के मोबाईल की काल डिटेल खंगालने लगी तो कई लोगो के नंबर ट्रेस हुए ओर पुलिस को जांच मे पता चला कि महिला के यहाँ कई लोगो का आना जाना था. इस बीच बंटी का नंबर हाथ लगा जिससे मुश्किल तीन या चार बार ही बात चीत होना पाया. पुलिस को संदेह तब हुआ जब घटना के दिन से ही उसका मोबाइल बंद मिल. संदेह के आधार पर पुलिस आगे बढी तो राजी बाई के घर हुई कहासुनी व मारपीट की बात पता चली. इसी आधार पर पुलिस आगे बढती गयी. जब बंटी पुलिस के हत्थे चढा ओर सख्ती की तो उसने पुरी बात बता दी. इस दौरान बंटी टोंक नागौर जयपुर दो तीन दिन रूका.
दस साल के मासूम के सिर से उठा माता पिता का साया
राजी बाई की हत्या के बाद घटना से सबसे ज्यादा पीडा उसके दस वर्षीय बेटे को भोगनी पड रही है. राजी बाई के पति का निधन तीन साल पहले हो गया था. तब से वह बेटे के साथ लाखेरी ही रहती थी. ईट भट्टे पर मजदुरी कर बेटे की परवरिश कर रही थी. हाल ही मे उसने बेटे को लाखेरी से दस किमी दुर इंदरगढ के एक स्कूल मे बेटे का दाखिला करवाया था. बेटा इंदरगढ मे होस्टल मे रहकर पढाई करता है.
अपराध प्रवृति का है बंटी
बंटी के लिए अपराध करना कोई नयी बात नही. उसके खिलाफ बूंदी के गेंडोली थाने मे सात ओर कोटा के कुन्हाडी थाने मे दो मामले दर्ज है. मादक पदार्थ रखने से लेकर चोरी नकबजनी मे शामिल रहा. बंटी पुलिस रिकार्ड मे हार्ड कोर अपराधी बताया. हाल ही मे वह पोक्सो के एक मामले मे जेल से छूटकर आया था. अब मामी की हत्या मे एक बार फिर जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गया.
: बूंदी के लाखेरी कस्बे की सुभाषनगर नयी बस्ती मे रहने वाली राजी बाई के लिए 27 अगस्त की रात मौत की रात साबित हुई. जब वह गहरी नींद मे थी तो रिश्ते में लगने वाले भांजे ने ही ईट से सिर मे जोरदार चोट कर मौत की नींद मे तब्दील कर दिया.
दरअसल इस हत्या के पीछे बूंदी के जय स्थल निवासी बंटी गुर्जर के दिल मे धधक रही अपमान की वह आग रही जिसका जन्म ही वारदात कुछ दिनो पहले मामी के घर हुआ था. आरोपी बंटी पहले की तरह मामी राजा बाई से मिलने उसके घर पहुंचा तो वहां पहले से ही तीन अन्य व्यक्ति बैठे मिले. अचानक बंटी को सामने देख तीनो व्यक्ति भी चौंक गये वही मामी भी सकपका गयी थी. आनन फानन मे राजी बाई ने बंटी को घर से चले जाने को कहा लेकिन वह नही गया तो वहां मौजुद लोगो ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. मोबाइल छीनकर बाहर फेंक दिया ओर उसे धक्के मार कर घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस पुरे घटनाक्रम मे राजा बाई मौन रही. उसने बंटी का सपोर्ट नही किया,यही बात उसे अखर गयी ओर वह प्रतिशोध की आग ले तब तो चला गया लेकिन बाद मे मामी के घर हुए अपमान का बदला उसकी हत्या से पुरा कर दिया.
दुध वाले से पता चली हत्या की बात
28 अगस्त की सुबह जब दुध वाला लटुर दुध देने आया तो राजी बाई के घर के बाहर से कुंदी लगी हुई थी. थोडा इंतजार के बाद जब राजी बाई नजर नही आई तो वह कुंदी खोलकर अंदर गया तो अंदर का माजरा देख आँखे फटी रह गयी. राजी बाई के नाक से खुन बह रहा था. अनहोनी की आशंका पर पडोसियों को बुलाया तो मामला दुसरा निकला. पुलिस मौके पर पहुंची तो मामला हत्या का निकला. प्रथम दृष्टया महिला की हत्या के साथ अन्य घटना की आशंका बनने लगी थी कि आखिरकार एक अकेली महिला के साथ कोई हत्या की वारदात को क्यो अंजाम देगा. पुलिस ने चोरी के एंगल से जाँच की तो घर से सभी सामान व्यवस्थित मिले. बाद मे कोटा से आई फोरेंसिक डाक्टर ने दुष्कर्म की बात को भी नकार दिया. तब पुलिस हत्या की वजह खोजने लगी.
मोबाईल से निकला हत्या का राज
पुलिस हत्या की घटना को लेकर सभी एंगल से जाँच मे जुट गयी. पुलिस मृतका के मोबाईल की काल डिटेल खंगालने लगी तो कई लोगो के नंबर ट्रेस हुए ओर पुलिस को जांच मे पता चला कि महिला के यहाँ कई लोगो का आना जाना था. इस बीच बंटी का नंबर हाथ लगा जिससे मुश्किल तीन या चार बार ही बात चीत होना पाया. पुलिस को संदेह तब हुआ जब घटना के दिन से ही उसका मोबाइल बंद मिल. संदेह के आधार पर पुलिस आगे बढी तो राजी बाई के घर हुई कहासुनी व मारपीट की बात पता चली. इसी आधार पर पुलिस आगे बढती गयी. जब बंटी पुलिस के हत्थे चढा ओर सख्ती की तो उसने पुरी बात बता दी. इस दौरान बंटी टोंक नागौर जयपुर दो तीन दिन रूका.
दस साल के मासूम के सिर से उठा माता पिता का साया
राजी बाई की हत्या के बाद घटना से सबसे ज्यादा पीडा उसके दस वर्षीय बेटे को भोगनी पड रही है. राजी बाई के पति का निधन तीन साल पहले हो गया था. तब से वह बेटे के साथ लाखेरी ही रहती थी. ईट भट्टे पर मजदुरी कर बेटे की परवरिश कर रही थी. हाल ही मे उसने बेटे को लाखेरी से दस किमी दुर इंदरगढ के एक स्कूल मे बेटे का दाखिला करवाया था. बेटा इंदरगढ मे होस्टल मे रहकर पढाई करता है.
अपराध प्रवृति का है बंटी
बंटी के लिए अपराध करना कोई नयी बात नही. उसके खिलाफ बूंदी के गेंडोली थाने मे सात ओर कोटा के कुन्हाडी थाने मे दो मामले दर्ज है. मादक पदार्थ रखने से लेकर चोरी नकबजनी मे शामिल रहा. बंटी पुलिस रिकार्ड मे हार्ड कोर अपराधी बताया. हाल ही मे वह पोक्सो के एक मामले मे जेल से छूटकर आया था. अब मामी की हत्या मे एक बार फिर जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गया.
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