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शनिवार, 26 अगस्त 2023

बांग्लादेश से पति सौरभ कांत तिवारी के लिए भारत आने वाली सोनिया अख़्तर की कहानी

बांग्लादेश से पति सौरभ कांत तिवारी के लिए भारत आने वाली सोनिया अख़्तर की कहानी

सौरभ कांत तिवारी और उनकी बांग्लादेशी पत्नी सोनिया अख़्तर

बांग्लादेशी नागरिक सोनिया अख्तर ने भारत के सौरभ कांत तिवारी से 14 अप्रैल, 2021 को शादी की थी.

सोनिया का आरोप है कि तिवारी बांग्लादेश में पत्नी और पुत्र को छोड़ कर भारत लौट गए हैं.

अब अपने पति को दोबारा पाने के लिए सोनिया ने भारत में पुलिस से मदद की गुहार लगाई है.

सौरभ कांत तिवारी ने बीबीसी बांग्ला को बताया कि वे वर्ष 2017 से एक बिजली कंपनी के ढाका दफ्तर में काम करते थे. उसी दौरान सोनिया से उनका परिचय हुआ था.

फिलहाल सोनिया और सौरभ के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.

तिवारी का आरोप है कि बांग्लादेश में रहने के दौरान सोनिया ने उनसे जबरन शादी की थी. दूसरी ओर, सोनिया अख्तर का आरोप है कि ढाका में नौकरी के दौरान तिवारी ने उसे झूठ बोल कर और बहला कर शादी की है.

नोएडा पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने के बाद सोनिया (अपने बच्चे के साथ)

सोनिया अख्तर ने क्या कहा

सोनिया अख्तर के वकील ने बीबीसी को उस दंपति और उनके बच्चे की कई तस्वीरें भेजी हैं. इसके साथ ही तिवारी के धर्म परिवर्तन और शादी के कागजात भी भेजे हैं.

सोनिया ने पुलिस के समक्ष अपने बयान में कहा है कि करीब तीन साल पहले सौरभ कांत तिवारी के साथ उनकी शादी हुई थी. लेकिन वे पत्नी और संतान को ढाका में छोड़ कर भारत लौट गए हैं.

पुलिस के मुताबिक, अपने पति को दोबारा पाने के लिए सोनिया वैध पासपोर्ट और वीजा लेकर भारत आई हैं.

नोएडा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (मध्य नोएडा) राजीव दीक्षित ने पत्रकारों को बताया है, "उस बांग्लादेशी नागरिक ने महिला थाने में दर्ज अपनी शिकायत में कहा है कि यहां सूरजपुर इलाके के रहने वाले सौरभ कांत तिवारी के साथ उसकी शादी हुई है. उसके बाद वो ढाका छोड़ कर भारत लौट आए. महिला के मुताबिक पहले ही तिवारी की शादी हो चुकी थी."

राजीव दीक्षित ने बताया कि उस बांग्लादेशी महिला ने अपने और अपने पुत्र का वीज़ा, पासपोर्ट और नागरिकता पहचान पत्र की प्रतियां भी पुलिस को सौंपी है. कागज़ात देखने के बाद प्रथम दृष्टया लगता है कि उनकी शादी बांग्लादेश में हुई थी. इस मामले की जांच और आगे की कार्रवाई का जिम्मा सहायक आयुक्त (महिला और बाल सुरक्षा) को सौंपा गया है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सोनिया अख्तर के हवाले कहा है कि वे (सौरभ) फिलहाल राजी नहीं हैं, मुझे अपने घर भी नहीं ले जा रहे हैं. मैं एक बांग्लादेशी हूं. करीब तीन साल पहले हमारी शादी हुई ती. मैं अपनी संतान को लेकर उनके साथ रहना चाहती हूं.

बीबीसी बांग्ला ने सोनिया अख्तर के वकील और सौरभ कांत तिवारी से बात की है.

'मुझे फंसाया गया है'

सौरभ अपनी कहानी बताने के दौरान दावा कर रहे थे कि उनके पास तमाम सबूत हैं और वे बीबीसी को वह सब सौंपेंगे. लेकिन बार-बार याद दिलाने और व्हॉट्सएप के जरिए संदेश भेजने के बावजूद उन्होंने अब तक कोई सबूत नहीं दिया है.

तिवारी ने सोनिया अख्तर और उसके परिवार के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं. वह आरोप लगाते हैं, "मेरा धर्म परिवर्तन कर जबरन शादी कराई गई है. सोनिया और उसके परिवार ने मुझसे लाखों रुपये लिए हैं और अब भी एक करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं."

तिवारी बताते हैं कि ढाका में नौकरी के दौरान सोनिया के साथ उनका परिचय हुआ था.

वह कहते हैं, "वह मार्केटिंग के किसी काम के सिलसिले में मेरे दफ्तर में आई थी. लेकिन तब हमारे दफ्तर को उस चीज की जरूरत नहीं थी. लेकिन उसके बाद वह मुझसे नजदीकी बढ़ाती रही, फोन पर संपर्क करती रही. वह मैसेज भेजती थी और फोन करती थी. उसके बाद घर भी आने-जाने लगी. उसके बाद मुझे डरा-धमका कर धर्म परिवर्तन कर शादी करा दी गई. वह तारीख थी 14 अप्रैल 2021. मैंने वसुंधरा इलाके में एक फ्लैट किराए पर लिया था. सोनिया मेरे साथ वहीं रहती थी."

बीबीसी ने तिवारी से सवाल किया था कि जबरन धर्म परिवर्तन और शादी के बाद क्या उन्होंने ढाका में पुलिस या भारतीय दूतावास से संपर्क किया था? क्या उन्होंने भारत में अपने घरवालों को इसकी जानकारी दी थी? इस पर उनका कहना था कि वे भारतीय दूतावास में इसकी शिकायत करने गए थे. वहां से एक फॉर्म देकर स्थानीय पुलिस से संपर्क करने को कहा गया था.

वह बताते हैं, "उस फॉर्म को भरने के बाद सोनिया ने मेरा फोन हैक कर पूरा मामला जान लिया. इधर, कोरोना के कारण सीमा बंद थी. मैं भारत भी नहीं लौट सकता था. इसके अलावा भारत में मेरी पत्नी और संतान को भयावह कोरोना हुआ था. इसकी चपेट में आकर मेरी मां की मौत भी हो गई. ऐसे में मैं परिवार को इस बारे में बता कर उन पर मानसिक दबाव नहीं बढ़ाना चाहता था."

उनका आरोप है कि सोनिया के परिवार ने उनसे काफी रकम ली है और अब भी मोटी रकम की मांग कर रहे हैं. तिवारी का दावा है कि उन्होंने बीते पांच अगस्त को ढाका में तलाक का मामला दायर किया है.

'भारतीय पत्नी कुछ नहीं जानती थी'

सौरभ की पत्नी रचना तिवारी एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं. उनके पति जब बीबीसी बांग्ला से बात कर रहे थे तो वे पास ही बैठी थीं.

रचना तिवारी ने कहा, "रोज़ कई-कई बार मेरे साथ इनकी बातचीत होती थी. शुरुआत में तो मैं कुछ नहीं समझ सकी. यह (सौरभ) देर रात घर लौटते थे और फिर तड़के निकल जाते थे. लेकिन उन्होंने मुझे कभी इस बारे में कुछ भी नहीं बताया था."

वह कहती हैं, "शायद कोरोना और सास की मौत के कारण ही उन्होंने (सौरभ ने) मुझे इस बारे में नहीं बताया था. लेकिन मुझे संदेह जरूर होता था कि इतनी रात गए घर लौटने के बाद कैसे खाना पकाते और खाते हैं और फिर तड़के घर से निकल जाते हैं. कई बार लगता था कि वो शायद खुल कर कुछ कह नहीं पा रहे हैं. लेकिन जब मैं ढाका गई तो मेरे सामने पूरा मामला साफ हो गया."

'तिवारी झूठ बोल रहे हैं'

बीबीसी बांग्ला ने काफी प्रयास करने के बाद सोनिया अख्तर के वकील रेणु सिंह से बात की. उन्होंने सौरभ और उनकी पत्नी के तमाम आरोपों का खंडन किया है.

एडवोकेट रेणु का दावा है कि तिवारी का हर दावा झूठा है.

उनका सवाल था, "सौरभ कह रहे हैं कि उनका धर्म परिवर्तन भी जबरन कराया गया और शादी भी. तो क्या संतान भी जबरन पैदा हो गई? क्या जबरदस्ती से ऐसा संभव है? दरअसल तिवारी शुरू से ही झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने मेरे मुवक्किल से कहा था कि भारत में उनकी पत्नी की मौत हो गई है. उन्होंने तमाम जानकारियां छिपा कर सोनिया को बहला-फुसला कर उनसे शादी की है और संतान को जन्म दिया है."

वह कहती हैं कि सौरभ अब अपनी पत्नी और संतान को छोड़ कर भारत लौट आए हैं. इस दंपति की तमाम तस्वीरें हैं. कोई भी उनको देख कर समझ सकता है कि तिवारी के चेहरे पर या आंखों में डर की कोई छाप नहीं है. यह एक सुखी दंपति की तस्वीरें हैं.

रेणु सिंह से सवाल किया गया था कि क्या उनके मुवक्किल ने संबंध बनाने या शादी करने से पहले तिवारी के बारे में कोई खोज-खबर नहीं ली थी?

इस पर उनका कहना था, "शादी के बाद तिवारी ने अपने दफ्तर के सहयोगियों के साथ सोनिया का परिचय करा दिया था. दरअसल, सोनिया ने तिवारी पर भरोसा किया था. लेकिन तिवारी ने यह बात छिपा ली थी कि भारत में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं. ढाका में अपनी भारतीय पत्नी से फोन पर तिवारी को बात करते रंगे हाथों पकड़ने के बाद ही सोनिया को इसकी जानकारी मिली."

रेणु सिंह का कहना है कि उनकी मुवक्किल सोनिया ने तिवारी से कोई पैसा नहीं मांगा और अतीत में भी कभी उनसे कोई पैसा नहीं लिया है. उसकी (सोनिया की) एक ही मांग है कि पति अपनी संतान की जिम्मेदारी संभाले.

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