पिछले कुछ समय से देशभर में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। कहीं टमाटर 120 रुपए किलो बिक रहा है तो कहीं पर 200 रुपए किलो तक। हालांकि कुछ जगहों पर टमाटरों की कीमतों में राहत मिली है लेकिन अब जल्द ही प्याज के दाम लोगों को रुला सकते हैं।दरअसल, प्याज की कीमत में भी बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्याज की कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि फिलहाल प्याज की कीमत 28 रुपये से लेकर 32 रुपये तक हैं।
बढ़ सकती हैं प्याज की कीमतें
कुछ दिनों पहले तक 15 रुपये किलो बिकने वाली प्याज की कीमत अब 25 से 30 रुपये हो गई है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक आगे इसकी कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। क्रिसिल (Crisil) ने एक रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि आपूर्ति में संभावित कमी के कारण सितंबर की शुरुआत में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 60-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ने की उम्मीद है।
इस वजह से बढ़ सकते हैं प्याज के दाम
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त के अंत तक खुले बाजार में रबी स्टॉक में काफी गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे मंदी का मौसम 15-20 दिनों तक बढ़ जाएगा। इससे बाजार में आपूर्ति में कमी हो सकती है और ऊंची कीमतों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि असामान्य मौसम की स्थिति ने पारंपरिक आपूर्ति को बाधित कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, उच्च तापमान के कारण फरवरी में प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र (कुल हिस्सेदारी का 49 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (22 प्रतिशत), और राजस्थान (6 प्रतिशत) में रबी की फसल जल्दी पक गई।
इसके अलावा, मार्च में इन क्षेत्रों में बेमौसम बारिश ने प्याज की गुणवत्ता को प्रभावित किया। मूसलाधार बारिश से इसकी शेल्फ लाइफ छह महीने से घटकर 4-5 महीने रह गई, जिससे भंडारण संबंधी चिंताएं बढ़ गईं और किसानों द्वारा घबराहट में बिक्री शुरू हो गई।
अक्टूबर से मिलेगी राहत
क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति में सुधार होना चाहिए, जिससे कीमतें कम होंगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्षिक उत्पादन 29 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले पांच वर्षों (2018-2022) के औसत से 7 प्रतिशत अधिक है। यह रिपोर्ट टमाटर की कीमतें बढ़ने के बाद आई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सितंबर की शुरुआत तक टमाटर की कीमतें स्थिर होने की उम्मीद है।
पिछले कुछ समय से देशभर में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। कहीं टमाटर 120 रुपए किलो बिक रहा है तो कहीं पर 200 रुपए किलो तक। हालांकि कुछ जगहों पर टमाटरों की कीमतों में राहत मिली है लेकिन अब जल्द ही प्याज के दाम लोगों को रुला सकते हैं।दरअसल, प्याज की कीमत में भी बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्याज की कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि फिलहाल प्याज की कीमत 28 रुपये से लेकर 32 रुपये तक हैं।
बढ़ सकती हैं प्याज की कीमतें
कुछ दिनों पहले तक 15 रुपये किलो बिकने वाली प्याज की कीमत अब 25 से 30 रुपये हो गई है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक आगे इसकी कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। क्रिसिल (Crisil) ने एक रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि आपूर्ति में संभावित कमी के कारण सितंबर की शुरुआत में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 60-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ने की उम्मीद है।
इस वजह से बढ़ सकते हैं प्याज के दाम
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त के अंत तक खुले बाजार में रबी स्टॉक में काफी गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे मंदी का मौसम 15-20 दिनों तक बढ़ जाएगा। इससे बाजार में आपूर्ति में कमी हो सकती है और ऊंची कीमतों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि असामान्य मौसम की स्थिति ने पारंपरिक आपूर्ति को बाधित कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, उच्च तापमान के कारण फरवरी में प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र (कुल हिस्सेदारी का 49 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (22 प्रतिशत), और राजस्थान (6 प्रतिशत) में रबी की फसल जल्दी पक गई।
इसके अलावा, मार्च में इन क्षेत्रों में बेमौसम बारिश ने प्याज की गुणवत्ता को प्रभावित किया। मूसलाधार बारिश से इसकी शेल्फ लाइफ छह महीने से घटकर 4-5 महीने रह गई, जिससे भंडारण संबंधी चिंताएं बढ़ गईं और किसानों द्वारा घबराहट में बिक्री शुरू हो गई।
अक्टूबर से मिलेगी राहत
क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति में सुधार होना चाहिए, जिससे कीमतें कम होंगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्षिक उत्पादन 29 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले पांच वर्षों (2018-2022) के औसत से 7 प्रतिशत अधिक है। यह रिपोर्ट टमाटर की कीमतें बढ़ने के बाद आई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सितंबर की शुरुआत तक टमाटर की कीमतें स्थिर होने की उम्मीद है।
एक टिप्पणी भेजें