उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से मंगलवार को समाजवादी पार्टी के नेता गुलशन यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. कुंडा पुलिस ने विजय प्रताप सिंह से जुड़े मामले में गुलशन यादव की गिरफ्तारी की है, उनके खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी हुआ था.
गुलशन यादव ने साल 2022 में कुंडा से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ा था. गुलशन यादव पर प्रतापगढ़ और आसपास के इलाके में करीब दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं.
प्रतापगढ़ पुलिस ने अभी जिस मामले में गुलशन यादव की गिरफ्तारी की है, वह 2022 में कुंडा थाना क्षेत्र में हुई लूट से जुड़ा केस है. ये मामला निकाय चुनाव के दौरान दर्ज किया गया था, जिसमें कई धाराएं लगाई गई हैं. अगर अन्य मामलों की बात करें तो गुलशन यादव पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं, ऐसे में पुलिस ने उन्हें हिस्ट्रीशीटर घोषित किया था. गुलशन यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट और अन्य कई मामलों में केस दर्ज है.
राजा भैया का करीबी था गुलशन यादव
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट पर राजा भैया की तूती बोलती है, साल 2022 में गुलशन यादव ने समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा था. गुलशन यादव की गिनती कभी राजा भैया के करीबियों में होती थी, लेकिन बाद में रास्ते अलग हो गए. गुलशन के भाई छविनाथ यादव पहले से ही जेल में हैं, अभी गुलशन यादव प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष हैं.
जब राजा भैया ने समाजवादी पार्टी से अलग राह पकड़ी तब गुलशन यादव उनके साथ नहीं गए और सपा में ही रहे. बाद में समाजवादी पार्टी ने 2022 में गुलशन यादव को ही उनके खिलाफ खड़ा कर दिया. ये करीब दो दशक के बाद हुआ था जब समाजवादी पार्टी ने राजा भैया के खिलाफ अपना कोई प्रत्याशी खड़ा किया था.
अगर कुंडा के विधानसभा चुनाव की बात करें तो साल 2022 में यहां जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राजा भैया की ही जीत हुई थी, जबकि समाजवादी पार्टी के गुलशन यादव दूसरे नंबर पर थे. राजा भैया को करीब 1 लाख और गुलशन यादव को 70 हजार के करीब वोट मिले थे.
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से मंगलवार को समाजवादी पार्टी के नेता गुलशन यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. कुंडा पुलिस ने विजय प्रताप सिंह से जुड़े मामले में गुलशन यादव की गिरफ्तारी की है, उनके खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी हुआ था.
प्रतापगढ़ पुलिस ने अभी जिस मामले में गुलशन यादव की गिरफ्तारी की है, वह 2022 में कुंडा थाना क्षेत्र में हुई लूट से जुड़ा केस है. ये मामला निकाय चुनाव के दौरान दर्ज किया गया था, जिसमें कई धाराएं लगाई गई हैं. अगर अन्य मामलों की बात करें तो गुलशन यादव पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं, ऐसे में पुलिस ने उन्हें हिस्ट्रीशीटर घोषित किया था. गुलशन यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट और अन्य कई मामलों में केस दर्ज है.
राजा भैया का करीबी था गुलशन यादव
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट पर राजा भैया की तूती बोलती है, साल 2022 में गुलशन यादव ने समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा था. गुलशन यादव की गिनती कभी राजा भैया के करीबियों में होती थी, लेकिन बाद में रास्ते अलग हो गए. गुलशन के भाई छविनाथ यादव पहले से ही जेल में हैं, अभी गुलशन यादव प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष हैं.
जब राजा भैया ने समाजवादी पार्टी से अलग राह पकड़ी तब गुलशन यादव उनके साथ नहीं गए और सपा में ही रहे. बाद में समाजवादी पार्टी ने 2022 में गुलशन यादव को ही उनके खिलाफ खड़ा कर दिया. ये करीब दो दशक के बाद हुआ था जब समाजवादी पार्टी ने राजा भैया के खिलाफ अपना कोई प्रत्याशी खड़ा किया था.
अगर कुंडा के विधानसभा चुनाव की बात करें तो साल 2022 में यहां जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राजा भैया की ही जीत हुई थी, जबकि समाजवादी पार्टी के गुलशन यादव दूसरे नंबर पर थे. राजा भैया को करीब 1 लाख और गुलशन यादव को 70 हजार के करीब वोट मिले थे.
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