- गोल्फ की गेंद से सीखी बैटिंग, बना दुनिया का महान बल्लेबाज, बनाया ऐसा रिकॉर्ड जिसके पास पहुंचना तक हुआ मुश्किल | सच्चाईयाँ न्यूज़

रविवार, 27 अगस्त 2023

गोल्फ की गेंद से सीखी बैटिंग, बना दुनिया का महान बल्लेबाज, बनाया ऐसा रिकॉर्ड जिसके पास पहुंचना तक हुआ मुश्किल

 क्रिकेट की दुनिया के महान बल्लेबाजों की लिस्ट सर डॉन ब्रैडमैन के बिना शुरू नहीं हो सकती है. इस लिस्ट में उनका नाम सबसे पहले होगा फिर किसी और का. ब्रैडमैन को क्रिकेट के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में गिना जाता है.

उनकी बल्लेबाजी ऐसी थी कि गेंदबाजों के लिए उनको आउट करना बहुत मुश्किल होता था. वह एक बार टिक गए तो गेंदबाजों की शामत आ जाती थी. ब्रैडमैन की बल्लेबाजी की दुनिया फैन थी और आज भी उनकी बल्लेबाजी के किस्से सुनाए जाते हैं. कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जो आज तक ब्रैडमैन के नाम हैं और कोई उनके आस-पास तक नहीं पहुंच सका है फिर चाहे वो सुनील गावस्कर हों, सचिन तेंदुलकर हों या विराट कोहली. आज उन्हीं ब्रैडमैन का जन्मदिन है. ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त 1908 को न्यू साउथ वेल्स में हुआ था.

ब्रैडमैन के आंकड़े ऐसे हैं कि हर कोई हैरान रह जाए. ऑस्ट्रेलिया के लिए इस महान बल्लेबाज ने 52 टेस्ट मैच खेले और 6996 रन बनाए जिसमें 29 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं. इस दौरान उनका जो औसत रहा उसके आस-पास तक कोई नहीं पहुंच पाया. ब्रैडमैन ने ये रन 99.94 की औसत से बनाए थे. 1948 में द ओवल में अपने आखिरी टेस्ट में अगर ब्रैडमैन चार रन और बना लेते तो उनका औसत 100 का हो जाता लेकिन वह 0 पर आउट हो गए. फिर भी उनके टेस्ट औसत के आस-पास तक अभी तक कोई नहीं पहुंचा है.

गोल्फ बॉल से निखारी बल्लेबाजी

ब्रैडमैन की तकनीक काफी शानदार थी और कहा जाता है कि इसी कारण उनका विकेट लेना आसान नहीं था. उनकी तकनीक का कोई तोड़ नहीं था. ब्रैडमैन ने निश्चित तौर पर काफी अभ्यास किया था तभी इतनी मजबूत तकनीक उनके पास थी. वह बचपन में जिस तरह से अभ्यास करते थे इसका भी काफी अहम रोल रहा था. ब्रैडमैन गोल्फ की गेंद और क्रिकेट स्टंप से प्रैक्टिस करते थे. वह गोल्फ की गेंद को दीवार पर मारते और स्टंप से उसे खेलते. गोल्फ की गेंद ज्यादा उछाल लेती है और इसी कारण ब्रैडमैन बाउंस को अच्छे से खेल पाते थे. इसी तरह उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को निखारा जो आखिरी तक उनकी बल्लेबाजी में काम आई.

इंग्लैंड को दिया सिरदर्द

ब्रैडमैन की बल्लेबाजी ऐसी थी कि वह रन भी तेजी से बनाते थे और विकेट पर खड़े भी रहते थे. अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने इंग्लैंड को काफी परेशान किया. इंग्लैंड की टीम ब्रैडमैन से इस कदर खौफजदा थी कि उसने इस महान बल्लेबाज को आउट करने के लिए वो रणनीति अपनाई जो किसी ने कभी सोची भी नहीं थी और इसके कारण उसे बदनामी भी झेलनी पड़ी. 

1932-33 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई एशेज सीरीज में इंग्लैंड ने बॉडी लाइन गेंदबाजी करने की ठानी, लेकिन ब्रैडमैन को इससे भी परेशानी नहीं हुई. इस सीरीज में भी उन्होंने रन बनाए और वो भी 56 की औसत से, लेकिन बॉडीलाइन अटैक की रणनीति अपना इंग्लैंड ने विश्व क्रिकेट में अपनी बदनामी जरूर करवा ली थी और उस पर खेल भावना को आहत करने के आरोप तक लगे थे. ब्रैडमैन की महानता इससे कम नहीं हुई थी बल्कि बढ़ी ही थी.

एक टिप्पणी भेजें

Whatsapp Button works on Mobile Device only

Start typing and press Enter to search

Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...