श्रीमती एल.एम. चौधरी ने छात्रों को उदाहरण सहित जानकारी प्रदान करके प्रेरित किया कि साइबर अपराध कैसे किए जाते हैं, और ऐसे अपराधों को हमारे साथ होने से रोकने के लिए कैसे सतर्क रहना चाहिए। कॉलेज प्राचार्य डॉ. यू.के.गांगुर्डे ने अपने अनुभव से छात्रों को साइबर क्राइम में कैसे शामिल हों और इससे कैसे बचें, यह भी बताया। वक्ताओं ने भारत में साइबर अपराध को कम करने के प्रयासों का आह्वान किया।
गणमान्य व्यक्तियों ने छात्रों को यह कहकर प्रोत्साहित किया कि पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के लिए वृक्षारोपण एक महान कार्य है। ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, पर्यावरण को संरक्षित और पोषित करना कितना महत्वपूर्ण है, और इसलिए छात्रों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने और विश्व पर्यावरण को बचाने में भागीदार बनने का आह्वान किया। कानूनी सलाह केंद्र के श्री हमजाभाई ने साइबर अपराध के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं साइबर अपराध के बारे में जानकारी दी।
NSS के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जे.एल.गावित द्वारा NSS विभाग द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। वृक्षारोपण का महत्व बताया गया। वैश्विक पर्यावरणीय समस्याओं को देखते हुए, मानव जाति और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के लिए पर्यावरण की रक्षा, संरक्षण और संवर्धन करना प्रत्येक मनुष्य का नैतिक कर्तव्य है, जिसके लिए पेड़ लगाने का आह्वान किया गया है।
उपस्थित अतिथियों एवं आचार्यश्री द्वारा एवं महाविद्यालय के NSS विभाग एवं प्रत्येक विभाग द्वारा लगभग 50 पौधे लगाये गये। बाकी बचे हुए पेड़ों को छात्रों को अपने घरों में पेड़ लगाने के लिए दिये गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय का समस्त स्टाफ एवं लगभग 700 विद्यार्थी उपस्थित थे। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन डॉ. भगीनाबेन पटेल ने किया। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य के मार्गदर्शन में NSS विभाग एवं IT समिति द्वारा किया गया।
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