बिहार में एक विधवा ने प्रेम की खातिर ऐसा गुनाह किया, जिसे सुनकर समाज शर्मसार है। जी हां, विधवा महिला ने प्रेमी के साथ जीवन बिताने के लिए न केवल अपनी बेटी को बेचने का गुनाह किया बल्कि प्रेमी के साथ फरार होने से पहले अपने बेटे को भी हॉस्टल में दाखिल करवा दिया था।
यह बेहद चौंकाने वाली वारदात बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की है, जहां एक अधेड़ विधवा महिला ने प्रेम में पागल होकर अपनी ही कोख से पैदा होने वाली बेटी को चंद रुपये की लालच में बेच दिया है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार यह घटना उस वक्त सामने आयी जब महिला ने प्रेमी के साथ भागने से पहले अपने बेटे को एक निजी स्कूल के हॉस्टल में छोड़ दिया था और हॉस्टल की फीस बकाया होने पर जब स्कूल प्रबंधन ने परिवार को शुक्ल जमा कराने के लिए कहा। छात्रावास प्रशासन द्वारा बकाये शुल्क की जानकारी होने के बाद बच्चे के दादा ने जब मामले की पड़ताल की तो उन्हें सारे माजरे का पता चला।
उसके बाद उन्होंने झारखंड के रांची में पुलिस के पास गये, जहां पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर जीरो एफआईआर की और बाद में उसे अनुसंधान के लिए बिहार के मुजफ्फरपुर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया।
मुजफ्फरपुर पुलिस की विवेचना में जो बात सामने आयी है, उसके अनुसार परिवार ने बताया कि महिला अपने पति के साथ काम की व्यस्तताओं के कारण झारखंड से मुजफ्फरपुर चली गई थी और मुजफ्फरपुर के सदर पुलिस स्टेशन इलाके के गोबरसाही इलाके में रहने लगी थी।
इस बीच साल 2021 में महिला के पति का निधन हो गया, जिसके बाद वह वापस अपने ससुराल आने की बजाय वहीं मुजफ्फरपुर में ही रही और उस दौरान उसका एक स्थानीय व्यक्ति के साथ संबंध कायम हो गये।
पुलिस ने बताया कि महिला से संबंध रखने वाले शख्स ने उसे अपनाने के लिए हांमी भरी लेकिन उसने महिला के दिवंगत पूर्व पति के बच्चों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद महिला ने बेहद गंभीर साजिश रची और वो भी अपने बच्चों के खिलाफ, उसने अपनी बेटी को एक स्थानीय व्यवसायी को बेच दिया, जिसने बाद में महिला की बेटी से शादी कर ली और बेटे को उसने निजी स्कूल के छात्रावास में छोड़ दिया।
घटना के बारे में बात करते हुए मुज़फ़्फ़रपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि मामले से संबंधित झारखंड के रांची में दर्ज की गई एक जीरो एफआईआर सदर पुलिस स्टेशन में मिली है। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की गई और महिला द्वारा व्यवसायी को बेची गई बेटी को बचाया गया है।
पुलिस अधिकारी अवधेश दीक्षित ने मीडिया से बात करते हुए यह भी बताया कि मामले की पड़ताल के क्रम में पुलिस ने बच्ची को खरीदने वाले व्यवसायी और बच्ची की फरार मां से सौदा करने वाली मध्यस्थ महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं आरोपी महिला की गिरफ्तारी पर बोलते हुए अवधेश दीक्षित ने कहा कि पुलिस की कई टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए लगाई गई है और गिरफ्तारी तो जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
बिहार में एक विधवा ने प्रेम की खातिर ऐसा गुनाह किया, जिसे सुनकर समाज शर्मसार है। जी हां, विधवा महिला ने प्रेमी के साथ जीवन बिताने के लिए न केवल अपनी बेटी को बेचने का गुनाह किया बल्कि प्रेमी के साथ फरार होने से पहले अपने बेटे को भी हॉस्टल में दाखिल करवा दिया था।
यह बेहद चौंकाने वाली वारदात बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की है, जहां एक अधेड़ विधवा महिला ने प्रेम में पागल होकर अपनी ही कोख से पैदा होने वाली बेटी को चंद रुपये की लालच में बेच दिया है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार यह घटना उस वक्त सामने आयी जब महिला ने प्रेमी के साथ भागने से पहले अपने बेटे को एक निजी स्कूल के हॉस्टल में छोड़ दिया था और हॉस्टल की फीस बकाया होने पर जब स्कूल प्रबंधन ने परिवार को शुक्ल जमा कराने के लिए कहा। छात्रावास प्रशासन द्वारा बकाये शुल्क की जानकारी होने के बाद बच्चे के दादा ने जब मामले की पड़ताल की तो उन्हें सारे माजरे का पता चला।
उसके बाद उन्होंने झारखंड के रांची में पुलिस के पास गये, जहां पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर जीरो एफआईआर की और बाद में उसे अनुसंधान के लिए बिहार के मुजफ्फरपुर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया।
मुजफ्फरपुर पुलिस की विवेचना में जो बात सामने आयी है, उसके अनुसार परिवार ने बताया कि महिला अपने पति के साथ काम की व्यस्तताओं के कारण झारखंड से मुजफ्फरपुर चली गई थी और मुजफ्फरपुर के सदर पुलिस स्टेशन इलाके के गोबरसाही इलाके में रहने लगी थी।
इस बीच साल 2021 में महिला के पति का निधन हो गया, जिसके बाद वह वापस अपने ससुराल आने की बजाय वहीं मुजफ्फरपुर में ही रही और उस दौरान उसका एक स्थानीय व्यक्ति के साथ संबंध कायम हो गये।
पुलिस ने बताया कि महिला से संबंध रखने वाले शख्स ने उसे अपनाने के लिए हांमी भरी लेकिन उसने महिला के दिवंगत पूर्व पति के बच्चों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद महिला ने बेहद गंभीर साजिश रची और वो भी अपने बच्चों के खिलाफ, उसने अपनी बेटी को एक स्थानीय व्यवसायी को बेच दिया, जिसने बाद में महिला की बेटी से शादी कर ली और बेटे को उसने निजी स्कूल के छात्रावास में छोड़ दिया।
घटना के बारे में बात करते हुए मुज़फ़्फ़रपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि मामले से संबंधित झारखंड के रांची में दर्ज की गई एक जीरो एफआईआर सदर पुलिस स्टेशन में मिली है। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की गई और महिला द्वारा व्यवसायी को बेची गई बेटी को बचाया गया है।
पुलिस अधिकारी अवधेश दीक्षित ने मीडिया से बात करते हुए यह भी बताया कि मामले की पड़ताल के क्रम में पुलिस ने बच्ची को खरीदने वाले व्यवसायी और बच्ची की फरार मां से सौदा करने वाली मध्यस्थ महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं आरोपी महिला की गिरफ्तारी पर बोलते हुए अवधेश दीक्षित ने कहा कि पुलिस की कई टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए लगाई गई है और गिरफ्तारी तो जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
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