बी-20 शिखर सम्मेलन में क्या बोले पीएम मोदी?
PM मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि 'आप सभी बिजनेस लीडर्स ऐसे समय में भारत आए हैं, जब हमारे पूरे देश में सेलिब्रेशन का माहौल है। ये फेस्टिव सीजन ऐसा होता है, जो हमारी सोसाइटी भी सेलीब्रेट करती है और हमारा बिजनेस भी सेलीब्रेट करता है। इस बार ये 23 अगस्त से ही शुरू हो गया है। ये सेलिब्रेशन है, चंद्रयान का चंद्रमा पर पहुंचने का।'
उन्होंने आगे कहा कि यह उत्सव एक जिम्मेदार अंतरिक्ष कार्यक्रम चलाने के लिए है, यह उत्सव देश की प्रगति को गति देने के लिए है, ये उत्सव नवीनता का है, यह उत्सव अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से स्थिरता और समानता लाने के लिए है।
हर संकट हमें कुछ न कुछ सीख देता है- मोदी
प्रधानमंत्री ने बोला कि 'कहते हैं, कोई भी आपदा आती है, बड़ा संकट आता है तो वह हमें कुछ न कुछ सीख देकर जाता है। कुछ वर्ष पहले हम दुनिया की सबसे बड़ी महामारी से गुजरे हैं। इस संकट ने दुनिया के हर देश को, हर समाज को, हर बिजनेस हाउस को एक सबक दिया है- हमें अब सबसे ज्यादा इंवेस्ट Mutual Trust पर करना है।'
भारत में है दुनिया का सबसे युवा टैलेंट
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में दुनिया का सबसे युवा टैलेंट है। आज भारत इंडस्ट्री 4.0 के इस दौर में digital revolution का चेहरा बना हुआ है। भारत के साथ आपकी दोस्ती जितनी मजबूत होगी, उतनी समृद्धि दोनों को मिलेगी। कोरोना के दौरान जब दुनिया को दवाओं की जरूरत थी, तब भारत ने फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड के रूप में 150 से ज्यादा देशों को दवाएं उपलब्ध कराईं। जब दुनिया को कोरोना वायरस वैक्सीन की जरूरत थी, तब भारत ने वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाया और लाखों लोगों की कीमती जान बचाई।
भारत के प्रधानमंत्री ने आगे बोला कि आप सभी जानते हैं कि व्यवसाय संभावनाओं को समृद्धि में, बाधाओं को अवसरों में और आकांक्षाओं को उपलब्धियों में बदल सकता है। चाहे वे छोटे हों या बड़े, वैश्विक हों या स्थानीय, व्यवसाय सभी के लिए प्रगति सुनिश्चित कर सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। बाजरा एक सुपरफूड है, पर्यावरण के अनुकूल है और सीमांत किसानों का समर्थन करता है। इसके अलावा, खाद्य प्रसंस्करण व्यवसाय में प्रचुर अवसर हैं। इसलिए, जीवनशैली और अर्थव्यवस्था के लिए, यह एक जीत-जीत मॉडल है।
बी20 शिखर सम्मेलन में क्या बोले विदेश मंत्री?
पीएम मोदी से पहले B20 शिखर सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि 'G20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है और अगर ग्लोबल साउथ की महत्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित नहीं किया गया तो यह आगे नहीं बढ़ सकता। विभिन्न कारणों से जिनमें पैमाने, सब्सिडी, प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन और रणनीतिक विकल्प शामिल हैं ग्लोबल साउथ उत्पादक के बजाय उपभोक्ता बनकर रह गया।'
एस जयशंकर ने आगे कहा कि 'जब भारत ने पिछले दिसंबर में G20 की अध्यक्षता संभाली थी तब हम पूरी तरह से सचेत थे कि जब हम मिलेंगे तो अधिकांश वैश्विक दक्षिण एक साथ एक मेज पर नहीं मिलेंगे, यह बहुत मायने रखता था इसलिए प्रधानमंत्री ने जनवरी में वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन बुलाने का फैसला किया। इस वर्ष और हमने उनकी चुनौतियों और प्राथमिकताओं के बारे में सुना और इन्हें G20 एजेंडा का केंद्र बनाया गया है।'
वित्त मंत्री ने बी20 शिखर सम्मेलन में क्या कहा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बी20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि लंबे वक्त से ब्याज दरों को उच्च स्तर पर रखने के कारण इकोनॉमी पर इसका बुरा असर पड़ सकता है, लेकिन सरकार की यह प्राथमिकता है कि वह महंगाई पर काबू करें।
G20 समूहों में से एक है बी-20
पीएम मोदी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर ये जानकारी साझा की थी कि '27 अगस्त को दोपहर 12 बजे, मैं बी20 समिट इंडिया 2023 को संबोधित करूंगा। यह मंच व्यापार जगत में काम करने वाले हितधारकों की एक विस्तृत श्रृंखला को एक साथ ला रहा है। यह सबसे महत्वपूर्ण G20 समूहों में से एक है, जिसका फोकस आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर है।'
जानिए बिजनेस-20 आखिर है क्या
जी-20 का ही एक मंच बिजनेस-20 (B-20) है। बी-20 ग्लोबल बिजनेस कम्युनिटी का प्रतिनिधित्व करता है। इस बार B-20 समिट की थीम R.A.I.S.E. पर आधारित है। इसका फुल फॉर्म है-
R-रिस्पोंसिबल
A-एक्सेलिरेटेड
I-इनोवेटिव
S-सस्टेनेबल और
E-इक्वेटेबल
इस समिट दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। तीन दिवसीय बी-20 शिखर सम्मेलन का आज आखिरी दिन है। इस समिट को 25 से 27 अगस्त तक आयोजित किया गया। जिसमें 55 देशों के 1500 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
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