शादी के बाद पति और पत्नी एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने के लिए हनीमून पर जाते हैं. ऐसा ही एक प्लान शादी के 13 दिन बाद बनाया पुणे के एक दंपति ने, और वह महाबलेश्वर के लिए घूमने निकलते हैं.
पति अपने एक दोस्त और उसकी पत्नी को भी साथ लेने की बात कहता है तो पत्नी भी मान जाती है. कार में कुछ दूर तक चलने के बाद पत्नी अपना फोन निकालती है और फिर उसे कुछ देर के बाद अंदर रख लेती है. उसके बाद वह पति से तबियत खराब होने की बात कहकर कार रोकने को कहती है. पत्नी कहती है कि उसे उल्टी आ रही है और कुछ देर के लिए वह कार से बाहर निकल जाती है.
कार में बैठे दूसरे जोड़े को वहीं पर रहने की बात कहते हुए पति और पत्नी थोड़ी दूर निकल जाते हैं. दोनों बातचीत कर ही रहे होते हैं कि तभी दो बाइक पर चार लोग आते हैं और पति पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर देते हैं. उनके पास कई हथियार थे और बिना कुछ सुने उसको मारना शुरू कर देते हैं. पत्नी पास में ही खड़ी चिखती और चिल्लाती है, लेकिन उसके पति को बचाने के लिए कोई नहीं आता है. यह घटना महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले आनंद काबले के साथ हुई.
महज 13 दिन में उजड़ा सुहाग
साल 2018 को आनंद की शादी दीक्षा के साथ होती है. दोनों परिवार काफी खुश थे और शादी धूमधाम से हुई. करीब 13 दिन बाद यह दोनों हनीमून की प्लानिंग करते हैं और यह हादसा हो जाता है. जब कोई उनकी मदद के लिए नहीं आता तो पत्नी भागकर कार में बैठे आनंद के दोस्त के पास जाती है और हमले की जानकारी देती है. आनंद का दोस्त निखिल तुरंत घटना वाली जगह पहुंचता है, तब तक बदमाश वहां से भाग चुके होते हैं. वह आनंद को कार से अस्पताल के लिए निकल जाते हैं. सतारा में एक अस्पताल में आनंद को ले जाया जाता है, लेकिन यहां पर डॉक्टर उसे मृत घोषित कर देते हैं.
यह सुनने के बाद दीक्षा रोने लगती है. वह यहां से पुलिस स्टेशन जाती है और आनंद की तस्वीर दिखाते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है. पुलिस भी इस घटना से एकदम स्तब्ध थी और वह दीक्षा से शांत होकर सारा मामला जाना चाहती थी. पुलिस को दिए अपने बयान में दीक्षा कहती है कि वे लोग लूटपाट के लिए आए थे तो पुलिसकर्मी उससे तुरंत सवाल करता है कि आपको यह कैसे मालूम कि वे किस मकसद से आए थे. तभी वह कहती है कि उनके पास हथियार थे, उन्होंने आते ही मेरे पति पर हमला कर दिया तो मुझे इसके अलावा कोई दूसरा मकसद नहीं लगता है.
दीक्षा की हालत देखने के बाद पुलिस उससे ज्यादा पूछताछ नहीं करती है, लेकिन जांच में जुट जाती है. वह अपने मुखिबरों को अलर्ट कर देते हैं. एक टूरिस्ट स्पॉट होने के बाद इस घटना को लेकर पुलिस पर भी खासा दबाव था, क्योंकि अभी तक यहां पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई. आनंद के परिवार को भी उसके जिंदा नहीं रहने के बारे में जानकारी दे दी जाती है. मामला मीडिया में भी आता है तो पुलिस पर ज्यादा दबाव बन जाता है. इसके बाद पुलिस पूछताछ के लिए दीक्षा को बुलाती है और आनंद तथा उसके सभी सामान को कब्जे में ले लिया जाता है.
ऐसे खुली आनंद के मर्डर की मिस्ट्री
पुलिसवालों को दीक्षा के फोन से एक अहम सुराग मिलता है, जिसमें उसने किसी को एक लाइव लोकेशन भेजी होती है. इसके साथ ही पति की हत्या से पहली रात उसने एक शख्स से काफी देर तक बात की थी. पुलिस को अब उस पर शक होने लगता है कि उसने लाइव लोकेशन क्यों भेजी और इस नंबर को ट्रेस किया गया. कुछ ही देर के बाद पुलिस के सामने उस शख्स का नाम था.
निखिल मालेकर नाम के इस शख्स को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाता है और उसके तथा दीक्षा दोनों के बयान काफी अलग थे. पुलिस को अब दीक्षा पर शक होने लगता है और वह उससे कड़ाई से पूछताछ करती है. पुलिस की सख्ती के सामने वह टूट जाती है और सारी कहानी बता देती है.
दीक्षा पुलिस को बताती है कि उसने घरवालों के दबाव में आकर आनंद से शादी की, लेकिन वह निखिल से प्यार करती थी. निखिल एक अमीर शख्स है और वह प्रॉपर्टी डीलर था. इस बात को सुनकर पुलिस भी चौंक जाती है, लेकिन अब वह जानता चाहती थी कि आनंद की हत्या का प्लान उन्होंने कैसे बनाया तो दीक्षा ने बताया कि शादी के वक्त ही मैंने सोच लिया था कि हम हनीमून के लिए आसपास जाएंगे ताकि इसे मरवाया जा सके. इसके बाद निखिल ने पैसे देकर कॉन्ट्रैक्ट किलर हॉयर किए, ताकि आनंद की हत्या की कराई जा सके.
शादी के बाद पति और पत्नी एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने के लिए हनीमून पर जाते हैं. ऐसा ही एक प्लान शादी के 13 दिन बाद बनाया पुणे के एक दंपति ने, और वह महाबलेश्वर के लिए घूमने निकलते हैं.
कार में बैठे दूसरे जोड़े को वहीं पर रहने की बात कहते हुए पति और पत्नी थोड़ी दूर निकल जाते हैं. दोनों बातचीत कर ही रहे होते हैं कि तभी दो बाइक पर चार लोग आते हैं और पति पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर देते हैं. उनके पास कई हथियार थे और बिना कुछ सुने उसको मारना शुरू कर देते हैं. पत्नी पास में ही खड़ी चिखती और चिल्लाती है, लेकिन उसके पति को बचाने के लिए कोई नहीं आता है. यह घटना महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले आनंद काबले के साथ हुई.
महज 13 दिन में उजड़ा सुहाग
साल 2018 को आनंद की शादी दीक्षा के साथ होती है. दोनों परिवार काफी खुश थे और शादी धूमधाम से हुई. करीब 13 दिन बाद यह दोनों हनीमून की प्लानिंग करते हैं और यह हादसा हो जाता है. जब कोई उनकी मदद के लिए नहीं आता तो पत्नी भागकर कार में बैठे आनंद के दोस्त के पास जाती है और हमले की जानकारी देती है. आनंद का दोस्त निखिल तुरंत घटना वाली जगह पहुंचता है, तब तक बदमाश वहां से भाग चुके होते हैं. वह आनंद को कार से अस्पताल के लिए निकल जाते हैं. सतारा में एक अस्पताल में आनंद को ले जाया जाता है, लेकिन यहां पर डॉक्टर उसे मृत घोषित कर देते हैं.
यह सुनने के बाद दीक्षा रोने लगती है. वह यहां से पुलिस स्टेशन जाती है और आनंद की तस्वीर दिखाते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है. पुलिस भी इस घटना से एकदम स्तब्ध थी और वह दीक्षा से शांत होकर सारा मामला जाना चाहती थी. पुलिस को दिए अपने बयान में दीक्षा कहती है कि वे लोग लूटपाट के लिए आए थे तो पुलिसकर्मी उससे तुरंत सवाल करता है कि आपको यह कैसे मालूम कि वे किस मकसद से आए थे. तभी वह कहती है कि उनके पास हथियार थे, उन्होंने आते ही मेरे पति पर हमला कर दिया तो मुझे इसके अलावा कोई दूसरा मकसद नहीं लगता है.
दीक्षा की हालत देखने के बाद पुलिस उससे ज्यादा पूछताछ नहीं करती है, लेकिन जांच में जुट जाती है. वह अपने मुखिबरों को अलर्ट कर देते हैं. एक टूरिस्ट स्पॉट होने के बाद इस घटना को लेकर पुलिस पर भी खासा दबाव था, क्योंकि अभी तक यहां पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई. आनंद के परिवार को भी उसके जिंदा नहीं रहने के बारे में जानकारी दे दी जाती है. मामला मीडिया में भी आता है तो पुलिस पर ज्यादा दबाव बन जाता है. इसके बाद पुलिस पूछताछ के लिए दीक्षा को बुलाती है और आनंद तथा उसके सभी सामान को कब्जे में ले लिया जाता है.
ऐसे खुली आनंद के मर्डर की मिस्ट्री
पुलिसवालों को दीक्षा के फोन से एक अहम सुराग मिलता है, जिसमें उसने किसी को एक लाइव लोकेशन भेजी होती है. इसके साथ ही पति की हत्या से पहली रात उसने एक शख्स से काफी देर तक बात की थी. पुलिस को अब उस पर शक होने लगता है कि उसने लाइव लोकेशन क्यों भेजी और इस नंबर को ट्रेस किया गया. कुछ ही देर के बाद पुलिस के सामने उस शख्स का नाम था.
निखिल मालेकर नाम के इस शख्स को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाता है और उसके तथा दीक्षा दोनों के बयान काफी अलग थे. पुलिस को अब दीक्षा पर शक होने लगता है और वह उससे कड़ाई से पूछताछ करती है. पुलिस की सख्ती के सामने वह टूट जाती है और सारी कहानी बता देती है.
दीक्षा पुलिस को बताती है कि उसने घरवालों के दबाव में आकर आनंद से शादी की, लेकिन वह निखिल से प्यार करती थी. निखिल एक अमीर शख्स है और वह प्रॉपर्टी डीलर था. इस बात को सुनकर पुलिस भी चौंक जाती है, लेकिन अब वह जानता चाहती थी कि आनंद की हत्या का प्लान उन्होंने कैसे बनाया तो दीक्षा ने बताया कि शादी के वक्त ही मैंने सोच लिया था कि हम हनीमून के लिए आसपास जाएंगे ताकि इसे मरवाया जा सके. इसके बाद निखिल ने पैसे देकर कॉन्ट्रैक्ट किलर हॉयर किए, ताकि आनंद की हत्या की कराई जा सके.
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