इन स्कूलों में 8 प्राचार्यों सहित लगभग 109 शिक्षक और 138 शैक्षणिक कर्मचारी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ इन बच्चों के समग्र विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इन स्कूलों की खासियत यह है कि इनमें प्रत्येक छात्र पर व्यक्तिगत ध्यान देने के लिए पर्याप्त शिक्षक और अन्य शैक्षणिक कर्मचारी हैं। नतीजा यह है कि इस स्कूल के 10वीं और 12वीं के नतीजों में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. वर्ष 2018/19 से डांग में प्रारंभ हुए 'एकलव्य' विद्यालयों में वर्ष 2022/23 में आहवा, मालेगाम, बारीपाड़ा और गारखडी विद्यालयों का परिणाम शत प्रतिशत तक पहुंच गया है। तो कक्षा-12 (विज्ञान) में भी आहवा स्कूल सहित सापुतारा गर्ल्स स्कूल का भी लगातार तीसरे साल शत-प्रतिशत परिणाम रहा।
इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सरकार ने स्मार्ट क्लास रूम, उत्कृष्ट विज्ञान और कंप्यूटर लैब, खेल उपकरण और मैदान, खेल परिसर, पर्याप्त शौचालय और बाथरूम की सुविधा के साथ-साथ दो समय का भोजन और दो समय का भरपेट भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। प्रत्येक विद्यार्थी के लिए नाश्ता आ गया है। छात्रावास में छात्रों को चारपाई बिस्तर, गद्दे, तकिए, कंबल, तौलिये और पर्याप्त प्रसाधन सामग्री भी निःशुल्क प्रदान की जाती है। प्रत्येक छात्र को पूर्ण वर्दी, और पर्याप्त स्टेशनरी और किताबें निःशुल्क प्रदान करके एक संपूर्ण वातावरण प्रदान किया जाता है जो निजी स्कूलों को भी टक्कर देता है। इस प्रकार, डबल इंजन सरकार वनवासियों के समावेशी विकास के नाम पर आदिवासी परिवारों के बीच शिक्षा की अलख जगाकर वनवासियों के सर्वांगीण विकास का भविष्य का रोडमैप तैयार कर रही है।
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