उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में करोड़ों की प्रॉपर्टी के लालच में जीजा व उसके भाइयों ने मिलकर इकलौते साले की हत्या कर दी। उनका प्लान लगभग सफल था लेकिन एक गलती से कानून के फंदे में जकड़ गए।
छात्र के हत्यारोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त तमंचे-कारतूस के साथ बाइक, कार और हवाई जहाज की टिकटें बरामद की हैं। गिरफ्तार दोनों भाइयों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मामला टूंडला थाना क्षेत्र के महुआ खेड़ा गांव का है। गांव निवासी धर्मवीर यादव (20) की दो दिन पहले आगरा में ताजगंज थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका शव खून से लथपथ उसकी थार गाड़ी में चालक की बगल वाली सीट पर पड़ा मिला। उसके सिर में गोली मारी गई थी। पुलिस की टीमें घटना की जांच में जुटी हुईं थीं।
घटनास्थल के आसपास से मिले सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल की लोकेशन से पुलिस ने साक्ष्य जुटाए। इसके बाद शक की सुई में आ रहे आरोपी राजेश यादव व उसके छोटे भाई अक्षय यादव, निवासी लांघई, थाना नगला सिंघी को धर लिया। पहले तो आरोपियों ने पुलिस को घुमाने की कोशिश की। लेकिन, थोड़ी सी कड़ाई करने पर सब कुछ सही-सही उगल दिया।
थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने बताया कि आरोपियों ने ससुराल की करोड़ों की प्रॉपर्टी व पैसे के लालच में हत्या करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर झांड़ियों से हत्या में प्रयुक्त दो तमंचे, बाइक, कार सहित हवाई जहाज की एक टिकट बरामद की है। राजेश व अक्षय को हत्या व योगेश को हत्यारों का सहयोग करने पर अदालत ने जेल भेजा है।
एसपी सिटी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राजेश ने पूछताछ में बताया कि उसके छोटे भाई योगेश व अक्षय फौज में हैं। योगेश के इकलौते साले धर्मवीर के हिस्से में जो जमीन है वह काफी कीमती है। उसकी बड़ी बहन उमा उसके छोटे भाई योगेश के साथ ब्याही है। छोटी बहन शशी की शादी की बात उसके सबसे छोटे भाई अक्षय से चल रही थी।
इसको लेकर कुछ समय पूर्व उन्होंने योजना बनाई कि अगर इकलौते साले धर्मवीर की हत्या कर दी जाए तो उसके बाद सारी जमीन व पैसा हमारे घर में आ जाएगा। इसलिए हम तीनों भाइयों ने मिलकर योजना बनाई कि धर्मवीर को बहाने से बुलाकर जंगल में उसकी हत्या कर देंगे।
योजना के अनुसार अक्षय रात को भोपाल से बिना टिकट ट्रेन से आगरा आएगा। जहां वह पहले से पहुंच जाएगा। अक्षय को गांव छोड़ने के बहाने धर्मवीर अपनी गाड़ी लेकर आएगा। उसकी हत्या अपने गांव के रास्ते में कर दी जाएगी। अक्षय घटना के बाद वापस अपनी यूनिट में पहुंच जाएगा। हम लोग बच जाएंगे। योजना के तहत वह बाइक लेकर रात में आगरा कैंट स्टेशन पहुंच गया। वहां अक्षय तथा उसे लेने योगेश का साला अपनी थार गाड़ी लेकर पहुंच गया।
गाड़ी को अक्षय चला रहा था। बगल वाली सीट पर धर्मवीर सीट बेल्ट लगाकर बैठा था। रास्ते में पेशाब करने के बहाने ग्वारई रोड पर अक्षय ने गाड़ी रोकी तथा उतर गया। धर्मवीर मोबाइल चला रहा था। तभी मौका पाकर उसने धर्मवीर की साइड की खिड़की खोली तथा पीछे हट गया।
वहीं चालक साइड की खिड़की से अक्षय ने तमंचे से धर्मवीर पर गोली चलाई जो उसके माथे पर लगी। धर्मवीर की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद योजना के तहत अक्षय को बाइक पर बैठाकर टूंडला ले गया। यहां पार्किंग में खड़ी अपनी अपाचे से दिल्ली पहुंच गया। वहां से हवाई जहाज से मुंबई होते हुए भोपाल पहुंच गया।
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