शास्त्रीनगर इलाके में मंगलवार को चार से पांच घंटे बिजली गुल रही। दिल्ली रोड स्थित औद्योगिक इलाकों में बिजली कटौती से उद्योग-धंधे प्रभावित हो रहे हैं। उद्योगपुरम, अछरौड़ा तथा काशी क्षेत्र में बिजली कटौती को लेकर उद्यमियों में आक्रोश है।
उनका कहना है कि फाल्ट ठीक करने के नाम पर शटडाउन लेकर बिजली गुल की जा रही है। इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली की आंख मिचौली खूब परेशान कर रही है। उद्योगपुरम, अछरौड़ा तथा काशी में मनमानी बिजली कटौती को लेकर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यूपी अध्यक्ष विजेंद्र अग्रवाल, महामंत्री विपिन कुमार अग्रवाल ने एमडी पीवीवीएनएल को पत्र लिखा है।
शास्त्रीनगर गुरुद्वारा रोड पर दोपहर 12 बजे बिजली गुल हुई जो शाम तक बाधित रही। करीब पांच घंटे बिजली गुल होने से गर्मी में लोग परेशान हो गए। अधीक्षण अभियंता शहर राजेंद्र बहादुर ने बताया कि ट्रांसफार्मर का कार्य कराया गया। इसके चलते बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। दूसरी ओर, पिछले दस-15 दिनों से लगातार शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली कटौती और आंख मिचौली लोगों को परेशान कर रही है। सदर बाजार, कंकरखेड़ा, दिल्ली रोड माधवपुरम में लोगों को बिजली संकट से निजात नहीं मिल पा रही। सदर बाजार इलाके में तीन-चार घंटे का बिजली कट आम बात हो गई। शहर के विभिन्न इलाकों के अलावा औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की अनियमित आपूर्ति उद्यमियों को परेशान कर रही है। इकाइयों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। डीजल जेनरेटर चलाना प्रतिबंधित है, ऐसे में फैक्ट्रियां बंदी की कगार पर पहुंच रही हैं। उद्यमियों का कहना है उद्योगपुरम, अछरौड़ा तथा काशी में बिजली संकट को लेकर कई बार पावर कारपोरेशन अफसरों को अवगत कराया। पिछले दिनों औद्योगिक इलाके में दौरे पर आए कैबिनेट मंत्री से उद्यमियों ने बिजली कटौती की समस्या बताई थी, लेकिन इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ। एसडीओ भी संतोषजनक जवाब नहीं देते। कह देते हैं कि फाल्ट ठीक कराने के लिए दोपहर में 12 बजे तक शाम को पांच बजे कुछ समय के लिए शटडाउन लिया जाता है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यूपी की ओर से लिखा एमडी को पत्र
औद्योगिक क्षेत्र उद्योगपुरम, अछरौड़ा तथा काशी में मनमानी बिजली कटौती को लेकर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यूपी अध्यक्ष विजेंद्र अग्रवाल, महामंत्री विपिन कुमार अग्रवाल ने एमडी पीवीवीएनएल को पत्र लिखा है। कहा है कि औद्योगिक इलाकों में मनमानी बिजली कटौती की जा रही है जबकि शासन के आदेश हैं कि उद्योगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए। कुछ उद्यमी परेशान होकर उद्योग बंद करने जा रहे हैं। बिजली आपूर्ति में सुधार कराने की मांग की।
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