अपराध शाखा ने एसआई प्रवीण सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपी एसआई दूसरे की जगह परीक्षा देते सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है। अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारी ने एसआई की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। दूसरी तरफ सिपाही बने युवक को दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया है।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2020 में दिल्ली पुलिस में सिपाही की भर्ती के लिए परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा में 490 सिपाहियों की भर्ती पर भी सवाल उठे थे। स्टाफ सलेक्शन कमीशन (एसएससी) के अपर सचिव परिमल करण की शिकायत पर मामला दर्ज कर अपराध शाखा जांच कर रही थी। इस मामले में पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
इस दौरान एसएससी को शिकायत मिली थी कि सहारनपुर, यूपी के एक परीक्षा केंद्र पर अर्जुन नामक युवक ने परीक्षा दी थी। अर्जुन इस परीक्षा में पास हो गया और सिपाही के पद पर चयनित हो गया। अपराध शाखा इस मामले की जांच कर रही थी। जांच में पता लगा कि अर्जुन की जगह एसआई प्रवीण ने परीक्षा दी थी। इसकी एवज में उसने अर्जुन से लाखों रुपये लिए थे। जांच के बाद अपराध शाखा ने दिल्ली पुलिस के प्रशिक्षु एसआई प्रवीण सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया।
2022 में हुआ था भर्ती
प्रवीण दिल्ली पुलिस मैं वर्ष 2022 में भर्ती हुआ था। उस समय वह ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहा है। अपराध शाखा ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए ट्रेनिंग सेंटर के अधिकारियों को पत्र लिख दिया है। अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त ने सिपाही अर्जुन को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि प्रवीण इस रैकेट को किस स्तर पर चला रहा था और गिरोह में कितने लोग शामिल हैं।
सीसीटीवी फुटेज मिली
एसआई की दूसरे की जगह परीक्षा देने का तरीका ऐसा था कि आसानी से पकड़ में नहीं आता। अगर इसकी शिकायत नहीं होती। सहारनपुर में पड़े सेंटर में परीक्षा देने अर्जुन गया। वहां उसने बॉयोमेट्रिक आदि किया। इसके बाद अर्जुन परीक्षा कक्ष से बाहर आ गया और प्रवीण परीक्षा देने गया। अब प्रवीण की हैंडराइटिंग को मिलान के लिए भेजा रहा है।
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