पश्चिम बंगाल पुलिस ने रविवार को उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी के रहने वाले एक दंपति को शराब खरीदने के लिए अपने छह महीने के बच्चे को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया.
पुलिस ने बच्चे के दादा को भी गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि उन्होंने इस सौदे में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी. पुलिस पूरे मामले में बाल तस्करी रैकेट की संलिप्तता से इनकार नहीं कर रही है. हालांकि वह अभी तक बच्चे को बरामद नहीं कर पाई है.
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान जयदेब चौधरी (पिता), साथी चौधरी (मां) और कनाई चौधरी (दादा) के रूप में की गई है. फिलहाल उनसे उस व्यक्ति के बारे में पूछताछ की जा रही है, जिसे उन्होंने अपना बच्चा बेचा है.
काफी समय से बच्चा गायब मिलने के बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई.
इससे पहले जब भी पड़ोसियों ने बच्चे के बारे में पूछा तो दंपति ने जवाब दिया कि वह एक रिश्तेदार के यहां है. पड़ोसियों को कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई. उन्होंने स्थानीय पार्षद के संज्ञान में मामला लाया, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया.
पुलिस गिरफ्तार तीनों को रविवार को ही जिला अदालत में पेश करेगी और उनके लिए पुलिस हिरासत की मांग करेगी. एक जांच अधिकारी ने कहा, "हमारा मुख्य उद्देश्य उनसे मामले में जानकारी हासिल करना है, ताकि हम अपनी जांच को आगे बढ़ा सकें और बच्चे को बचा सकें."
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि दंपति लगभग पूरे दिन नशे में रहते थे और अक्सर उनके परिवार के भीतर और कभी-कभी पड़ोसियों के साथ गंभीर झगड़े होते थे. लेकिन कोई सोच भी नहीं सकता था कि शराबकी तलब उन्हें अपने ही बच्चे को बेचने जैसा घिनौना कदम उठाने पर मजबूर कर देगी.
पश्चिम बंगाल पुलिस ने रविवार को उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी के रहने वाले एक दंपति को शराब खरीदने के लिए अपने छह महीने के बच्चे को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया.
पुलिस ने बच्चे के दादा को भी गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि उन्होंने इस सौदे में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी. पुलिस पूरे मामले में बाल तस्करी रैकेट की संलिप्तता से इनकार नहीं कर रही है. हालांकि वह अभी तक बच्चे को बरामद नहीं कर पाई है.
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान जयदेब चौधरी (पिता), साथी चौधरी (मां) और कनाई चौधरी (दादा) के रूप में की गई है. फिलहाल उनसे उस व्यक्ति के बारे में पूछताछ की जा रही है, जिसे उन्होंने अपना बच्चा बेचा है.
काफी समय से बच्चा गायब मिलने के बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई.
इससे पहले जब भी पड़ोसियों ने बच्चे के बारे में पूछा तो दंपति ने जवाब दिया कि वह एक रिश्तेदार के यहां है. पड़ोसियों को कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई. उन्होंने स्थानीय पार्षद के संज्ञान में मामला लाया, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया.
पुलिस गिरफ्तार तीनों को रविवार को ही जिला अदालत में पेश करेगी और उनके लिए पुलिस हिरासत की मांग करेगी. एक जांच अधिकारी ने कहा, "हमारा मुख्य उद्देश्य उनसे मामले में जानकारी हासिल करना है, ताकि हम अपनी जांच को आगे बढ़ा सकें और बच्चे को बचा सकें."
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि दंपति लगभग पूरे दिन नशे में रहते थे और अक्सर उनके परिवार के भीतर और कभी-कभी पड़ोसियों के साथ गंभीर झगड़े होते थे. लेकिन कोई सोच भी नहीं सकता था कि शराबकी तलब उन्हें अपने ही बच्चे को बेचने जैसा घिनौना कदम उठाने पर मजबूर कर देगी.
एक टिप्पणी भेजें