द्वारका पुलिस ने लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक कपल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से 1 बुलेट, 2 मोबाइल और 3 सिम बरामद किया है. पुलिस ने बताया कि इन दोनों ने अच्छा जीवन जीने और हिल स्टेशन घूमने के लिए इन वारदातों को अंजाम दिया.
लड़के का काम बुलेट चलाना और लड़की का काम मोबाइल छीनना था.
नई दिल्ली : द्वारका के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की टीम ने द्वारका के ही रहने वाले "लिव-इन पार्टनर" कपल को गिरफ्तार किया है. इन दोनों ने एक मोटरसाइकिल और दो मोबाइल की लूट की घटना को अंजाम दिया है. इन दोनों ने हिल स्टेशन जाने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया. लांग ड्राइव कर हिल स्टेशन जाने के लिए लड़के ने पहले बुलेट बाइक चुराई और द्वारका के दो अलग-अलग जगहों से मोबाइल छीना.
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
वारदात को अंजाम देने के दौरान इन दोनों की तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हो गई. पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से कपल को गिरफ्तार किया. इनकी पहचान ओम प्रकाश और प्रीति के रूप में हुई है, ये दोनों फिलहाल मोहनगार्डन इलाके में रह रहे थे. इनके पास से चुराई गई बुलेट मोटरसाइकिल, दो मोबाइल और तीन सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से बिंदापुर और मोहन गार्डन थाना के तीन मामलों को सुलझा लिया है. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि 26 जुलाई को बिंदापुर थाना इलाके में मोबाइल लूट की वारदात हुई थी, जिसमें पीड़ित ने बताया कि बाइक पर सवार एक लड़का और लड़की ने उसके साथ मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया. एक और वारदात मटियाला इलाके में हुई और उसमें भी लड़की ने ही मोबाईल लूटा था.
टैक्सी ड्राइवर का काम करता था लड़का
आरोपी ओमप्रकाश ने बताया कि वह टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करता था. उसी दौरान उसका संपर्क प्रीति से हुआ और फिर दोनों की दोस्ती हो गई. इन लोगों ने मिलकर प्लान बनाया कि शॉर्टकट से पैसा कमाया जाए और अच्छी जिंदगी जी जाए. गर्मियों के मौसम में इन्होंने हिल स्टेशन जाने का प्लान बनाया. प्लान के तहत ओमप्रकाश ने पहले बुलेट चुराई और फिर उसी मोटरसाइकिल पर सवार होकर प्रीति मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देने लगी.
ओमप्रकाश का काम मोटरसाइकिल चलाना और प्रीति का मोबाइल छीनना था. एसीपी रामअवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, जयराम, मनोज, रामरई, कांस्टेबल अरविंद, राकेश और पूजा की टीम ने इनका केस सॉल्व किया.
द्वारका पुलिस ने लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक कपल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से 1 बुलेट, 2 मोबाइल और 3 सिम बरामद किया है. पुलिस ने बताया कि इन दोनों ने अच्छा जीवन जीने और हिल स्टेशन घूमने के लिए इन वारदातों को अंजाम दिया.
नई दिल्ली : द्वारका के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की टीम ने द्वारका के ही रहने वाले "लिव-इन पार्टनर" कपल को गिरफ्तार किया है. इन दोनों ने एक मोटरसाइकिल और दो मोबाइल की लूट की घटना को अंजाम दिया है. इन दोनों ने हिल स्टेशन जाने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया. लांग ड्राइव कर हिल स्टेशन जाने के लिए लड़के ने पहले बुलेट बाइक चुराई और द्वारका के दो अलग-अलग जगहों से मोबाइल छीना.
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
वारदात को अंजाम देने के दौरान इन दोनों की तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हो गई. पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से कपल को गिरफ्तार किया. इनकी पहचान ओम प्रकाश और प्रीति के रूप में हुई है, ये दोनों फिलहाल मोहनगार्डन इलाके में रह रहे थे. इनके पास से चुराई गई बुलेट मोटरसाइकिल, दो मोबाइल और तीन सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से बिंदापुर और मोहन गार्डन थाना के तीन मामलों को सुलझा लिया है. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि 26 जुलाई को बिंदापुर थाना इलाके में मोबाइल लूट की वारदात हुई थी, जिसमें पीड़ित ने बताया कि बाइक पर सवार एक लड़का और लड़की ने उसके साथ मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया. एक और वारदात मटियाला इलाके में हुई और उसमें भी लड़की ने ही मोबाईल लूटा था.
टैक्सी ड्राइवर का काम करता था लड़का
आरोपी ओमप्रकाश ने बताया कि वह टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करता था. उसी दौरान उसका संपर्क प्रीति से हुआ और फिर दोनों की दोस्ती हो गई. इन लोगों ने मिलकर प्लान बनाया कि शॉर्टकट से पैसा कमाया जाए और अच्छी जिंदगी जी जाए. गर्मियों के मौसम में इन्होंने हिल स्टेशन जाने का प्लान बनाया. प्लान के तहत ओमप्रकाश ने पहले बुलेट चुराई और फिर उसी मोटरसाइकिल पर सवार होकर प्रीति मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देने लगी.
ओमप्रकाश का काम मोटरसाइकिल चलाना और प्रीति का मोबाइल छीनना था. एसीपी रामअवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, जयराम, मनोज, रामरई, कांस्टेबल अरविंद, राकेश और पूजा की टीम ने इनका केस सॉल्व किया.
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