मुहाना थाने की हवालात में रविवार दोपहर एक बंदी ने कम्बल के कपड़े से फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। जानकारी में सामने आया कि आनन फानन में पुलिस उसे फंदे से उतार अस्पताल लेकर गई।
जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर खबर लगते ही अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र विश्नोई, पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण योगेश गोयल मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। पुलिस ने मृतक का शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पुलिस के अनुसार शातिर नकबजन ललित बैरवा (40) निवासी जिला टोंक को 20 जुलाई को नकबजनी के एक प्रकरण में साथी सहित गिरफ्तार किया गया था। दोनों आरोपी 28 जुलाई तक रिमांड पर चल रहे थे। ललित बैरवा सांगानेर सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर था। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 20 मुकदमे दर्ज हैं। घटना के अनुसार रविवार दोपहर करीब एक बजे ललित हवालात में स्थित शौचालय में गया था। इस दौरान उसने कम्बल के कपडे से फंदा बना रोशनदान से लटक कर आत्महत्या कर ली। हवालात में बंद दो बंदियों ने उसे फंदे से लटका देख जोर-जोर से चिल्लाए तो घटना का पता चला। पुलिसकर्मी आनन-फानन में ललित को अस्पताल लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र विश्नोई, पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण योगेश गोयल मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। न्यायिक मजिस्ट्रेट मामले की जांच कर रहे है।
जानकारी के अनुसार मुहाना थाने में हवालात के अंदर ही शौचालय है। हवालात के बाहर ही ड्यूटी ऑफिसर की सीट है, जबकि सामने ही संतरी की तैनाती है। ताज्जुब की बात है कि थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को घटना का पता ही नहीं चला। हिस्ट्रीशीटर ललित ने कंबल को फाड़ कर रस्सी बनाई थी। इस बारे में भी किसी को पता नहीं था, जब इसने शौचालय में फंदा लगाया तो सभी के होश उड़ गए।
गौरतलब है पूर्व में जवाहर सर्किल थाने में दो बंदियों ने फंदा लगाने सहित करणी विहार थाने में एक बंदी ने आत्मदाह किया था।
Read more news like this on
एक टिप्पणी भेजें