उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जले में खाद्य सामग्री में मिलावट के मामले बढ़ने के बाद शासन ने इसकी रोकथाम के लिए जांच वैन उपलब्ध करा दी है.जिले में लिए जा रहे नूमनों में 80 फीसदी से ज्यादा फेल साबित हो रहे हैं. मसाले, दूध, पनीर, खोया, नमकीन, मिठाई, रेस्ट्रां का खाने के नमूने जांच में फेल मिल रहे हैं.
मिलावट की रोकथाम के लिए अब शासन ने जिले को जांच वैन उपलब्ध कराई है. अभी तक पूरे मंडल के जिलों के लिए एक ही वैन उपलब्ध थी. जो अन्य जिलों में जाकर जांच करती है. मेरठ में यह एक महीने में छह से सात दिन ही रह पाती थी.
अब जिले को अलग से अपनी वैन मिलने पर रोजाना शहर समेत गांव-देहात के में पहुंचकर खानेपीने की चीजों के नमूनों की जांच की जा सकेगी. हाथ के हाथ रिपोर्ट भी मिलेगी. जहां पर ज्यादा मिलावट पाई जाएगी वहां एफएसडीए की खाद्य टीम औचक जांच कर नमूनों की जांच करेंगी.
जिले के लिए अगले सप्ताह वैन लखनऊ से आ जाएगी. वैन को लेने के लिए जिले से खाद्य निरीक्षक और ड्राइवर रवाना होगा. वैन के आते ही सैंपल की जांच में तेजी लाई जाएगी. -एसके मिश्रा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एफएसडीए
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