मेरठ-बिजली बंबा बाईपास पर बुधवार को मिल्लत होम सोसाइटी के पीछे जंगल में मिले शव की बृहस्पतिवार को शनाख्त हो गई। शव नौचंदी थाना क्षेत्र के जैदी फार्म निवासी नफीस का निकला। नफीस रसूलनगर निवासी सईद की हत्या के मामले में 13 साल पहले मुल्जिम बना था।इसी मुकदमे में वो मंगलवार को कचहरी में तारीख पर आने के बाद लापता हो गया था।
बुधवार शाम को पुलिस को जंगल में एक युवक का शव मिला था। उसकी रस्सी से गला घोटकर हत्या की गई थी। एक आंख फोड़ी हुई थी। बृहस्पतिवार को नफीस की पत्नी चांदनी और परिजन खबर पढ़कर मोर्चरी पहुंची तो शव की शनाख्त हो गई। परिजनों ने बताया कि मूल रूप से जैदी फार्म का रहने वाला नफीस पत्नी चांदनी के साथ लोनी में किराए के मकान में रहता था। वह ऑटो चलाता था। नफीस हत्या के मामले में मुल्जिम था। वो 30 मई को मेरठ कचहरी में मुकदमे की तारीख पर आया था। चांदनी ने बताया कि कचहरी से जाने के बाद नफीस की अपनी बुआ के बेटे से बात हुई थी। उसने बताया था कि वह हापुड़ अड्डे पर रसीद होटल में खाना खाने आया है। उसके साथ कोई दूसरा युवक भी था। इसके बाद से उसका पता नहीं चला। परिजनों ने सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी की तहरीर दे दी थी।
कत्ल का बदला कत्ल करने की मिली थी धमकी
साल 2010 में नफीस नौचंदी के जैदीफार्म में परचून की दुकान करता था। उसका वहीं पर दुकान करने वाले अहसान और इरफान से झगड़ा हो गया था। अहसान और इरफान ने रसूलनगर से अपने रिश्तेदार बुला लिए थे। दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। बर्फ तोड़ने का सुआं लगने से अहसान के रिश्तेदार सईद की मौत हो गई। हत्याकांड के मामले में नफीस उसके दो भाई और पिता हनीफ को नामजद किए जाने के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया था। पांच महीने बाद चारों जमानत पर जेल से बाहर आ गए थे। सईद के रिश्तेदारों ने धमकी दी थी कि कत्ल का बदला कत्ल करके लेंगे। इसके बाद नफीस पत्नी के साथ मेरठ छोड़कर लोनी चला गया था।
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