मेरठ. बीते दिनों मेरठ में पिटबुल डॉग (Pit Bull Dog) ने एक बच्ची पर अटैक किया था. बच्ची को कई जगह पिटबुल ने काटा था. बच्ची को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ गई थी.इस मामले में छानबीन चल ही रही थी. पिटबुल की तलाश की ही जा रही थी कि आज मेरठ में एक स्ट्रीट डॉग (Street Dog In Meerut) का अनोखा मामला प्रकाश में आया. दरअसल डॉग लवर की एक टीम मेरठ डीएम कार्यालय (Meerut DM Office) में एक हैरान करने वाला मामला लेकर पहुंची.
यहां डॉग लवर ने बताया कि बीते दिनों पिटबुल ने एक बच्ची पर हमला क्या किया. नगर निगम की टीम पिटबुल को पकड़ने में जुट गई. टीम पिटबुल को तो नहीं पकड़ पाई लेकिन वो स्ट्रीट डॉग्स को ज़रुर परेशान करने लगी. दौड़ा दौड़ा कर स्ट्रीट डॉग पकड़े जाने लगे. डॉग लवर ने आरोप लगाया कि जब टीम दौड़ा दौड़ा कर स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ रही थी. तभी भूरा नाम का एक स्ट्रीट डॉग इतना परेशान हुआ कि वो इमारत की छत पर पहुंच गया और डर की वजह से वो नीचे गिर पडा़ जिससे उसकी मौत हो गई.
इन डॉग लवर्स का कहना है कि अब सीधे सादे इस डॉग की मौत का जिम्मेदार कौन है? बाकायदा डीएम कार्यालय पर ज्ञापन देकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई है. जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन में कहा गया है कि बीती 21 मई को कंकरखेड़ा के वैष्णव धाम सोसाइटी में एक पिटबुल ने एक एक छोटी लड़की की काटा था. बाद में पिटबुल की तलाश के दौरान एक स्ट्रीट डॉग की असमय मृत्यु हो गई. एनिमल केयर सोसाइटी ने ज्ञापन में लिखा कि उन्हें बताया गया की जब दोषी पिटबुल डॉग को पकड़वाने के लिए लोगों ने नगर निगम को बुलाया तो नगर निगम की टीम के हाथ वह पिटबुल तो नहीं आया मगर निगम की कुत्ता पकड़ने वाली टीम और कुत्तों के खिलाफ लोगों की आपाधापी से वहां का रहने वाला एक बेसहारा देसी हॉग भूरा इतना डर गया कि वो डरकर भागने लगा और भागकर किसी दो मंजिले मकान पर चढ़ गया और डर के मारे वहां से नीचे छलांग लगा दी, जिससे उसकी असमय मृत्यु हो गई.
ज्ञापन में लिखा गया कि इस बात का खुलासा नगर निगम की टीम के एक सदस्य ने भी किया है जो खुद भी पशु प्रेमी है. एनिमल केयर सोसाइटी के लोगों का कहना है कि आए दिन कुत्तों के खिलाफ बहुत ही बड़ा चढ़ा कर बात कही जाती है जिससे ऐसा लगता है की यह एक पशु प्रेम को खत्म करने की साजिश है. इसी वजह से इंसान के सबसे करीबी और प्यारे दोस्त और फ्री में मोहल्ले के चौकीदार कुत्ते की जान पर आफत आ गई लगती है.ज्ञापन में लिखा गया कि इसलिए ज़िलाधिकारी से निवेदन किया गया जाता है की वैष्णी धाम कॉलोनी में चल रहे पिटबुल प्रकरण के कारण जो निर्दोष डॉग अपनी जान गवां चुका है उसके दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और कुत्तों के बारे में आवारा आतंक की उपाधि को खत्म करवाया जाए. साथ ही सभी कॉलोनियों को निर्देश जारी करने की कृपा करें कि वहां की जनता सोसाइटी में रहने वाले कुत्ते और किसी भी प्रजाति के पालतू कुत्ते को आतंकी ठहरा कर सोसाइटी से बाहर निकालने की कोशिश ना करें और पशु प्रेम को बनाए रखें.
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