उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की 144 लावारिस अलमारियों में से बाकी बची 34 अलमारियां भी खोल दी गई और उनमें रखी फाइलों की लिस्टिंग करा दी गई. अब गायब फाइलों की एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.इसको लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
मेडा में इन दिनों फाइलों की लिस्टिंग का काम चल रहा है. इस दौरान भवन में 144 ऐसी लावारिस अलमारी मिली, जिन्हें लंबे समय से खोला ही नहीं गया था. ओएसडी एवं प्रभारी सचिव रंजीत सिंह ने इन अलमारियों को खोलने के लिए टीम का गठन किया था.
टीम ने अलमारियों के प्रभारी बाबुओं से चाबी मांगी तो उन्होंने न केवल चाबी देने से मना कर दिया बल्कि एक निलंबित बाबू तो चाबी लेकर ही फरार हो गया. इस पर रंजीत सिंह ने कड़ा रुख दिखाते हुए आरोपी कर्मियों पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी थी. इस पर कर्मचारियों ने टीम का सहयोग करना शुरू किया. 110 अलमारियों को खोलकर फाइलों की लिस्टिंग की गई थी.
बाकी बची 34 अलमारियों को भी खुलवाकर उनमें रखी फाइलों को लिस्टिंग कराया गया और वीडियोग्राफी भी कराई गई. ओएसडी रंजीत सिंह ने बताया कि अब लिस्टिंग हुई फाइलों की जांच कराई जाएगी. जो भी फाइल गायब मिलेगी, उसकी एफआईआर कराई जाएगी और संबंधित बाबू से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.
एक टिप्पणी भेजें