गुजरात-माननीय प्रधान मंत्री जी के आह्वान पर आज बीएपीएस यज्ञपुरुष वाडी सारंगपुर में प्राकृतिक खेती, प्रसंस्करण, मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण आत्मा योजना, बोटाद मा. कलेक्टर एवं मान. जिला विकास अधिकारी, बोटाद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। प्रकट ब्रह्मस्वरूप महंतस्वामी महाराज की प्रेरणा एवं पूज्य ज्ञानेश्वर स्वामी के मार्गदर्शन से इस खेत में अंजीर की प्राकृतिक खेती की जाती है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोटाद जिले के 200 से अधिक किसान भाई-बहनों ने अंजीर की प्राकृतिक खेती और उसके प्रसंस्करण और विपणन के साथ-साथ मधुमक्खी पालन के डेमो की जानकारी प्राप्त की. आनंद से प्रसन्न श्री राजेंद्र भाई ने यह जानकारी दी ताकि बोटाद जिले के किसान बीएपीएस यज्ञपुरुष फार्म सारंगपुर में अंजीर की प्राकृतिक खेती से प्रेरणा लेकर अंजीर की खेती की ओर रुख कर सकें और मूल्य जोड़कर अधिक आय प्राप्त कर सकें. गौरतलब है कि अंजीर का उपयोग रक्त रोगों और अन्य कई शारीरिक कमियों में किया जाता है, जिसकी खेती बहुत ही सरल और आसान है। मधुमक्खी पालन लिमिटेड के लिए गुजरात-बी सहकारी समिति सूरत से राजेशभाई पटेल व मेहुलभाई बावलिया (चंदरवा) मौजूद रहे और डेमो के साथ जानकारी दी। साथ ही बीएपीएस फार्म पर होने वाली अन्य खेती जैसे पलमरोज, खरेक, अनार, अमरूद, सीताफल आदि तथा प्राकृतिक खेती के लिए स्वत: जैव रासायनिक पौधे की जानकारी पूज्य ब्रह्मचिंतनदास स्वामी एवं फार्म मैनेजर श्री रमेशभाई ने दी.
इस कार्यक्रम में मा. कलेक्टर, मान. जिला विकास अधिकारी के अलावा जिला कृषि अधिकारी श्री बीआर बलदानिया, उप निदेशक उद्यान श्री जेडी वाला, सहायक निदेशक कृषि श्री केबी रमना, बरवाला एपीएमसी अध्यक्ष श्री भाविकभाई खाचर, बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर सारंगपुर की ओर से पूज्य ब्रह्मचिंतन दास स्वामी, पूज्य दिव्यनिधिदास स्वामी एवं आत्मा योजना, बोटाद स्टाफ सहित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति प्रेरक रही। कार्यक्रम के अंत में अंजीर के पौधे भी वितरित किए गए।
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