फिलहाल, सीमांकन का काम जारी है। पूरे घटना से नाराज किसान व किसान संगठनों के पदाधिकारी मंगलवार की देर शाम तक तहसील परिसर में धरना-प्रदर्शन करते रहे। तनाव को देखते हुए सीमांकन व उसके आसपास के गांवों में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, ट्रांसपोर्ट नगर के लिए मोहनसराय के बैरवन करनाडाडी में 20 वर्ष पहले 89 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन अधिग्रहीत की थी। इसमें से 45 हेक्टेयर जमीन से संबंधित किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है। साथ ही बची जमीन अधिग्रहीत की जा रही है। मुआवजा भी बांटा जा रहा है, लेकिन किसान वर्तमान दर से मुआवजा मांग रहे हैं। किसानों का कहना है कि नए दर से मुआवजा मिलने के बाद ही 44 हेक्टेयर जमीन खाली की जाएगी।
दूसरी तरफ, विकास प्राधिकरण प्रशासन जमीन का सीमांकन कराके ट्रांसपोर्ट नगर योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारी में जुटा है। इसी क्रम में टीमें मंगलवार को बैरवन करनाडाडी गईं और जमीन का सीमांकन कराया। आरोप है कि लाठी-डंडा, लोहे की रॉड के साथ आए तमाम महिला व पुरुषों ने सीमांकन रोक दिया और टीम को लौटने की हिदायत दी। बात नहीं बनी तो पुलिस कर्मियों व टीम पर पथराव कर दिया। इससे पुलिसकर्मी दहशतजदा दिखे और मौके से भाग निकले।
बवाल की सूचना पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को दी गई, फिर पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाकर सीमांकन कराया जाने लगा। इसी बीच बड़ी संख्या में किसान आए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे। आरोप है कि किसानों के बीच से कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें बैकफुट पर आ गईं। बुलडोजर की कार्रवाई रूक गई।
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