खुदकुशी का कारण साफ नहीं है। पुलिस को मुताबिक, मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घरेलू विवाद में खुदकुशी की आशंका है।
आदमपुर थाना क्षेत्र के भारद्वाजी टोला (प्रह्लाद घाट) निवासी अधिवक्ता नागेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि कक्षा नौ में पढ़ने वाले उनके बेटे विभु का स्कूल वाहन गुरुवार सुबह नहीं आया। विभु बाइक से स्कूल जाने की जिद कर रहा था। इसे लेकर अपूर्वा ने विभु को डांटा। इसके बाद नागेंद्र सिंह बाइक से बेटे को लेकर स्कूल गए।
जब घर वापस लौटे तो अपूर्वा के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका में उन्होंने कुंडी तोड़ कर दरवाजा खोला। अपूर्वा साड़ी के सहारे पंखे से फंदा लगा कर झूल रही थी। आनन-फानन में उन्होंने अपूर्वा को फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटना की जानकारी पाकर रिश्तेदारों और आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नागेंद्र सिंह जिले के चर्चित वकील हैं। पहली पत्नी की मौत के बाद उन्होंने चंदौली की रहने वाली अपूर्वा से दूसरी शादी की थी। उन्हें एक लड़की और एक लड़का विभु है।
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