रायगढ़ ( नईदुनिया प्रतिनिधि ) थाना पूंजीपथरा अंतर्गत चिराईपानी मेन रोड किनारे दोना पत्तल व्यवसायी का शव 4 नवंबर 2022 को बोरे में बंद मिला था । जिसमें व्यवसायी के साथ रुपए के लेन-देन को लाखा के धीरज चौबे के साथ पूर्व में झगड़ा विवाद में धीरज चौबे ने अपने साथी के साथ मिलकर धोखे से बुलाकर मारपीट किए ततपश्चात उसका गला घोंटकर लाश को फेंक दिए थे।इसकी गुत्थी को सुलझाते हुए पूरे हत्याकांड का राजफाश कर एक आरोपित को गिरफ्तार करने पुलिस सफल हो पाई है जबकि एक आरोपित फरार है।
गौरतलब है कि 04.11.2022 को थाना पूंजीपथरा अंतर्गत ग्राम चिराईपानी मेन रोड किनारे जूटमिल में रहने वाले सुजीत कुमार मिश्रा पिता बासुनंदन मिश्रा उम्र 49 वर्ष का शव मिला था । जो शुरुआत से ही हत्या प्रतीत हुआ, पीएम रिपोर्ट में भी यही पुष्टि हुई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक जितेंद्र एसैया द्वारा सभी पहलुओं पर जांच विवेचना की जा रही थी।
जिसमे मृतक सुजीत के दो दोस्त मुकेश मिश्रा और धीरज चौबे पर परिजनों ने लेनदेन को लेकर विवाद हुआ बताए धीरज लाखा के ढाबा का संचालक भी है। उसने ही सुजीत को अपने ढाबा में कार्य करने को बोला इस पर सुजीत ने 15 हजार के वेतन पर 3 माह कार्य भी किया लेकिन उसका मेहनताना धीरज ने नही दिया। और ढाबा भी बंद कर दिया।इसके बाद 04 नवंबर की सुबह सुजीत कुमार को फोन कर बुलाया । सुजीत मिश्रा तराईमाल मिलने आया जिसे मोटरसाइकिल लाखा में दूंगा कहकर धीरज चौबे के क्वाटर में ले गया । क्वाटर में धीरज चौबे ने सुजीत को 1,00,000 कब दोगे बोला । इस पर दोनों में विवाद हुआ धीरज चौबे टांगी के बेट से सुजीत को कई बार मारपीट किया और इसने भी (मुकेश मिश्रा) सुजीत को हाथ मुक्का से मारपीट किया और दोनों मिलकर एक गमछा को सुजीत के गला में फंसा कर गला घोट कर उसकी हत्या कर दिए और हत्या के बाद मुकेश बीएस प्लांट तराईमाल चला गया, रात करीब 10:00 बजे धीरज चौबे अपने मोटरसाइकिल से बीएस प्लांट आकर मुकेश मिश्रा को वापस लाखा ले गया दोनों मिलकर सुजीत कुमार के शव को एक बोरी में भरकर चिराईपानी रोड किनारे फेंक कर फरार हो गए थे । मुकेश मिश्रा के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त लोहे का टांगी, एक गमछा जिससे गला घोटा गया था जब्त किया गया है । पूंजीपथरा पुलिस द्वारा मुकेश मिश्रा उर्फ हरिशचंद्र मिश्रा पिता उमाशंकर मिश्रा उम्र 45 वर्ष निवासी भीखीपुर थाना कोईरौना जिला भदौरी (उत्तर प्रदेश) को हत्या के अपराध में कल शाम गिरफ्तार कर आज न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । आरोपी धीरज कुमार चौबे फरार है, जिसकी पतासाजी के लिए टीम लगी हुई है ।
आरोपित महिलाओं पर रखता था बुरी नजर
पुलिस के बताए अनुसार ढाबा बंद करने के कुछ दिन बाद धीरज कुमार ने सुजीत को बोला कि अब वह मसाला पैकिंग का काम करेगा जिसके लिए धीरज ने सुजीत मिश्रा के परिवार को भी काम में रखने का आफर देकर सुजीत के परिवार के लिए टीवी टावर के पास फ्लैट लेकर सुजीत मिश्रा के परिवार को रखा, जहां धीरज चौबे भी रहने लगा । धीरज की नियत महिलाओं के प्रति अच्छे नहीं रहने से सुजीत मिश्रा वापस जूटमिल अपने किराये मकान में परिवार सहित रहने लगा जिससे धीरज चौबे नाराज होकर सुजीत कुमार से झगड़ा मारपीट किया था और दोनों एक दूसरे से बातचीत बंद कर दिये थे ।
शाम तक लौट आउंगा कहकर गया था मोटरसाइकिल लेने और बोरे में बंद मिली उसकी लाश
सुजीत से पुरानी रंजिश और मकान को बदल लेने पर धीरज चौबे और मुकेश मिश्रा मिलकर सुजीत से बदला लेने के लिए हत्या की प्लानिंग किए ।जहां मुकेश मिश्रा ने 4 नवंबर को सुजीत को फोन कर बोला कि धीरज चौबे अपने गांव चला गया है तुम आकर अपनी मोटरसाइकिल ले जाओ । तब सुजीत अपने घर वालों को शाम 5 बजे तक वापस आ जाऊंगा कह कर तराईमाल मोटरसाइकिल लेने गया था। लेकिन पूर्व से सुनियोजित तरीके से प्लान करके दोनो हत्यारो ने उसकी जान ले लिए।शाम को उसका मोबाइल बंद हो जाने पर उसके परिवारजन परेशान हो गए और खोजते हुए चिराईपानी पहुंचे , जहां रोड किनारे बोरे में बंद उसका शव मिला था ।
एक टिप्पणी भेजें