मेरठ के शास्त्रीनगर में माता पिता की हत्या के बाद परिजनों को सांत्वना देने वालों का जहां तांता लगा हुआ है। वहीं पुलिस ने पूरी घटना का खुलासा करते हुए आरोपी बेटे आर्यन और उसके दोस्त आदित्य को जेल भेज दिया।
पुलिस के अनुसार पिता द्वारा मां से की जाने वाली मारपीट से तंग आकर बेटे ने पिता की हत्या का प्लान बनाया था। उसने अपने दोस्त को भी इस साजिश में शामिल किया। पिता की हत्या करते देख मां की आंख खुल गई तो दोनों ने मां की भी हत्या कर डाली। दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया है। वहीं बहन कनिष्का का रो-रोकर बुरा हाल है।
बहन को जब यह पता चला कि उसके ही भाई ने मां और पिता की जान ली है तो वह यकीन नहीं कर पा रही थी। वह बार बार यही कहती रही कि मम्मी पापा के लिए लोन पर गाड़ी बुक कराई थी। उन्हें एनिवर्सरी पर गिफ्ट करनी थी लेकिन इससे पहले ही भाई ने माता-पिता को मौत का सरप्राइज दे डाला।
प्रमोद कर्णवाल और ममता की बेटी कनिष्का गुरुग्राम में जॉब करती है। कनिष्का को सुबह वारदात की जानकारी हुई तो वह भाई आर्यन के साथ मेरठ पहुंची। घर के बाहर भीड़ को देखते ही उसकी चीख निकल गई। उस समय ममता के शव को पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस में ले जाया जा रहा था। मां के शव को देखकर वह बेसुध हो गई।
कनिष्का ने बताया कि दिसंबर में मम्मी-पापा की शादी की 25वीं सालगिरह थी। इसलिए उसने दोनों के लिए गाड़ी बुक की थी। गाड़ी की डिलीवरी 25 मई को होने वाली थी। कनिष्का बिलखते हुए कहती रही कि मैंने तो लोन लेकर दोनों को गिफ्ट देने के लिए गाड़ी बुक की थी, ये क्या हो गया। कनिष्का ने बताया कि उनके परिवार का कभी किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ। किसी से कोई रंजिश नहीं थी। किसी का कर्ज आदि भी नहीं था। ऐसे में कोई उन्हें क्यों मारेगा।
दादी के जन्मदिन के लिए सबको आना था घर
हत्या की सूचना पर प्रमोद की बहन सीमा सबसे पहले घर पहुंची। बिलखते हुए सीमा ने बताया कि माता विनोद बाला का सोमवार को जन्मदिन था। सभी ने इसे मंगलवार को सेलिब्रेट करने के लिए कहा था। गुरुग्राम से अनिष्का और आर्यन को भी आना था। परिवार का हर सदस्य यही कह रहा था कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं तो फिर क्यों जान ले ली।
मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में दंपती अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ रहता था। दंपती की सोमवार देर रात बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी गई। महिला शिक्षक थीं जबकि उनके पति दिल्ली में सरिया फैक्टरी में काम करते थे। इनके दो बच्चे हैं, वे दोनों ही गुरुग्राम में जॉब करते हैं। सोमवार सुबह मां स्कूल नहीं पहुंचीं तो स्कूल से फोन आने पर बेटे आर्यन ने पड़ोसियों को फोन किया और कहा कि मम्मी-पापा कॉल नहीं उठा रहे हैं। एक बार आप जाकर देख लीजिए। इसके बाद पड़ोसन के घर पहुंचने पर दंपती की हत्या की जानकारी हुई।
माता-पिता की मौत की खबर सुनते ही बेटा आर्यन और बेटी दोनों गुरुग्राम से मेरठ पहुंचे। यहां पहुंचते ही बेटी जहां रोते-रोते बेहोश होती रही, तो बेटा आर्यन शवों को देखकर उल्टी करने और परेशान होने का नाटक करता रहा। पुलिस ने शक होने पर उसे हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद इस पूरी वारदात का खुलासा हुआ।
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