मेरठ-पहलवानों के समर्थन में महापंचायत को लेकर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे। न केवल थाना प्रभारियों के भरोसे जिले को छोड़ा गया, बल्कि तीन एसपी, तीन एएसपी, नौ सीओ भी मोर्चा संभाले रहे।इसके अलावा पीएसी की सात प्लाटून आरआरएफ के जवानों को भी तैनात किया गया। वहीं महिला क्यूआरटी की टीम भी मुस्तैद रही। पुलिस लाइन में फोर्स को रिजर्व में भी रखा गया। यदि जिले में कहीं पर भी माहौल बिगड़ता है तो आपात स्थिति में उन्हें वहां से भेजा जा सके। पुलिस अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई कि शांति व्यवस्था हर हाल में बनाकर रखी जाए। किसी के साथ अभद्र बर्ताव न किया जाए। अगर कोई माहौल खराब करता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हालांकि पुलिस की सतर्कता काफी कामयाब भी रही।
इस तरह पुलिस ने बरती सतर्कता
नौचंदी थाना क्षेत्र में सपा विधायक अतुल प्रधान की गिरफ्तारी के समय पुलिस और समर्थकों के बीच टकराव की स्थिति बन गई, लेकिन सीओ अरविंद चौरसिया ने सतर्कता दिखाते हुए स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। दरअसल, सुबह करीब बनौ बजे विधायक अतुल प्रधान ने आह्वान कर दिया कि वह हर हाल में दिल्ली कूच करेंगे। काफी समझाने के बाद भी वह नहीं मानें। तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया। सबसे पहले विधायक के मकान के बाहर से प्रवक्ता विजय राठी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद प्रवक्ता को छुड़ाने के लिए समर्थकों और पुलिस के बीच तनातनी हो गई, तभी पुलिस ने स्थिति को भांपते हुए विधायक समेत अन्य को गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा लिया। हालांकि काफी धक्का-मुक्की हुई।
चौधरी चरण सिंह विवि के छात्र नेता भी गिरफ्तार
दिनभर चले घटनाक्रम के बाद चौधरी चरण सिंह विवि के छात्र नेता हर्ष ढाका और प्रशांत चौधरी ने तेजगढ़ी चौराहे तक खिलाड़ियों के समर्थन में कैंडल मार्च निकालने की तैयार कर दी। जैसे ही अधिकारियों को इसका पता चला तो तुरंत दोनों छात्र नेताओं को उनके मकान से गिरफ्तार कर लिया गया। छात्र नेताओं ने कहा कि खिलाड़ी देश का मान-सम्मान बढ़ाते हैं। सालों साल मेहनत करते हैं और विश्व पटल पर देश का नाम रोशन करते हैं। तानाशाही सरकार देश के खिलाड़ियों का अपमान कर रही है।
जयंत चौधरी को लेकर छह बजे फिर अलर्ट जारी
महिला पहलवानों के साथ हुए अभद्र बर्ताव के बाद शाम के समय रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने गाजीपुर बॉर्डर पर जाने की घोषणा कर दी। इस घोषणा का पता चलते ही मेरठ में रविवार शाम करीब छह बजे फिर से अलर्ट जारी कर दिया गया। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जिसकी ड्यूटी जहां पर है उसी स्थान पर रहे। पुलिस को आशंका थी कि इस घोषणा के बाद मेरठ से भी बड़ी तादात में रालोद समर्थक रवाना हो सकते हैं। हालांकि जयंत चौधरी गाजीपुर बॉर्डर पर नहीं पहुंचे।
दमनकारी नीति नहीं होगी बर्दाश्त : विधायक अतुल प्रधान
विधायक अतुल प्रधान और उनके समर्थकों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें लेकर लाइन में आ गई। वहां पर विधायक ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से पहलवानों के समर्थन में जा रहे थे, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने दमनकारी नीति अपनाते हुए जबरन गिरफ्तार कर लिया। देश का नाम रोशन करने वाली बेटियां आज न्याय के लिए धरना दे रही थी, लेकिन सरकार के इशारे पर उनके साथ जो बर्ताव हुआ है वह असहनीय है।
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