मेरठ-किठौर स्थित राधना गांव में सपा विधायक शाहिद मंजूर के भाई हाजी आरिफ की 24 बीघा जमीन को प्रशासन ने सोमवार को कुर्क कर लिया। जमीन में बने स्कूल को छोड़ दिया है। एडीएम मवाना अखिलेश कुमार का कहना है कि अभिलेखों में यह जमीन सिचाई विभाग के नाम है।स्कूल ट्रस्ट के नाम इस जमीन का बैनामा कैसे कराया गया है। इसके बारे में विधायक परिवार कोई संतुष्ट जवाब नहीं दे सका। जांच पूरी होने तक जमीन पर प्रशासन का कब्जा रहेगा।
राधना के स्कूल डॉ. राम मनोहर लोहिया के प्रबंधक सपा विधायक शाहिद मंजूर के भाई हाजी आरिफ हैं। एडीएम मवाना ने बताया कि स्कूल और उसके आसपास करीब 24 बीघा जमीन है। एक बीघा जमीन में स्कूल है, जबकि अन्य जमीन पर खेती होती है। लिखापढ़ी में इस स्कूल को हाईस्कूल की मान्यता मिली हुई है। इंटरमीडिएट में साइंस विषयों के लिए स्कूल ने आवेदन किया हुआ है। यह सारी जमीन स्कूल ट्रस्ट के नाम बैनामा होना बताया है। सरकारी अभिलेखों में यह जमीन सिचाई विभाग की है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर जांच की गई। सपा विधायक परिवार ने जमीन की 1994 में राज्यपाल से परमिशन लेकर सिंचाई विभाग के इंजीनियर से बैनामा करने का दावा किया है। दस्तावेज न देने पर प्रशासन ने स्कूल को छोड़कर बाकी जमीन को कुर्क कर लिया है। इस जमीन पर खड़ी फसल (गन्ना) को प्रशासन ने कटवा दी। उसकी रकम मालखाने में जमा करा दी है।
जमीन पर कब्जा बताया
प्रशासन के पास एक शिकायत आई थी, जिसमें विधायक के भाई द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। कई महीने से मामला चल रहा था। विधायक के भाई ने जमीन पर गन्ने की फसल बो रखी थी। अब चार बीघा गन्ना बचा था, जिसको प्रशासन ने कुर्क कर लिया।
यह जमीन सिंचाई विभाग की डाक बंगला के नाम से थी। इसमें कोठी, अस्तबल और जमीन, तीन पट्टे हैं। तीनों पट्टे डॉ. राम मनोहर लोहिया स्कूल के नाम हो गए। गवर्नर से इसकी परमिशन हुई है। जमीन कागजों में ट्रांसफर हो गई। साल 2002 के बाद जब मैं एमएलए बना तो राज्यसभा सदस्यों से पैसे लेकर इसमें बिल्डिंग बनवाई। स्कूल को इंटरमीडिएट तक कराया और इसका बैनामा कराया। - शाहिद मंजूर, पूर्व कैबिनेट मंत्री
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