उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के लिए अब गड्ढा मार्केट के 60 दुकानदारों को जमीन खाली करनी होगी.कैंट बोर्ड और एनसीआरटीसी की टीम ने मुनादी कराकर 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है. 24 घंटे में दुकानदारों ने जमीन खाली नहीं की तो कैंट बोर्ड और एनसीआरटीसी की टीम पुलिस, प्रशासन के सहयोग से कार्रवाई करेगी. वैसे रैपिड रेल के निर्माण के लिए की शाम से बैरिकेडिंग शुरू कर दी जाएगी.
रैपिड रेल स्टेशन के निर्माण के चलते शहर के 70 साल पुराने गड्ढा मार्केट के अस्तित्व पर करीब दो साल से संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कैंट बोर्ड ने गड्ढा मार्केट के व्यापारियों को जगह खाली करने का कई बार नोटिस जारी कर दिया. बदले में कैंट बोर्ड ने मंगल पांडे बाजार में दूसरी जगह व्यापारियों को शिफ्ट होने का प्रस्ताव दे रखा है, लेकिन अब तक दुकानें शिफ्ट नहीं हुई है. इस कारण रैपिड रेल का अब कार्य प्रभावित होने लगा है. इस कारण कैंट बोडर के राजस्व अधीषक हितेश कुमार और अन्य अधिकारियों, एनसीआरटीसी के इंजीनियर पवन कुमार, योगेश कुमार आदि ने बैठक कर गड्ढा मार्केट के दुकानदारों को अल्टीमेटम जारी कर दिया. बैठक के बाद कैंट बोर्ड की टीम ने गड्ढा मार्केट में दुकानदारों के बीच मुनादी भी करा दी. कैंट अधिकारियों का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था की जा चुकी है, लेकिन दुकानदार मंगल पांडे बाजार में शिफ्ट नहीं हो रहे हैं. अब 24 घंटे में यदि शिफ्ट नहीं हुए तो पुलिस, प्रशासन के सहयोग से जमीन खाली कराई जाएगी.
प्राइम लोकेशन की है मांग
गड्ढा मार्केट के व्यापारियों को शिफ्ट करने का जिम्मा कैंट बोर्ड के पास है. ऐसे में प्रशासन के आदेश के बाद कैंट बोर्ड मार्केट के 60 दुकानदारों को शिफ्ट करने के लिए जगह तलाश करने का दावा कर रहा है. व्यापारियों की इच्छा है कि कैंट बोर्ड बंगला नंबर 180 में शिफ्ट करे. अब गड्ढा मार्केट के व्यापारियों के पक्ष अन्य व्यापार मंडल के व्यापारी भी समर्थन देने लगे हैं.
यह है मामला
गड्ढा मार्केट के स्थान पर रैपिड रेल का सबसे प्रमुख बेगमपुल स्टेशन अंडरग्राउंड बनना है. साथ ही ऊपर में अन्य व्यवस्था के लिए निर्माण होना है. इसके लिए गड्ढा मार्केट को खाली करने के लिए कैंट बोर्ड पूर्व में नोटिस जारी कर चुका है. दुकानदारों का कहना है कि 70 साल पुराने इस बाजार में करीब 60 से 62 व्यापारियों के प्रतिष्ठान व दुकानें हैं, जो सालों से यहां अपना कारोबार करते हुए परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. अब चूंकि यहां रैपिड स्टेशन प्रस्तावित हो गया है.
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