आज के समय में तकनीक ने काफी तरक्की कर ली है. इन तकनीकों की वजह से लोगों की लाइफ को काफी आसान बन गई है. पहले के समय में जहां अगर कपल का बच्चा नहीं हो पाता था तो उन्हें जिंदगीभर इस कमी के साथ बिताना पड़ता था.लेकिन आज ऐसे कई उपाय हैं जिससे कपल बच्चे का सुख पा लेता है. इसमें आईवीएफ ट्रीटमेंट भी शामिल है. इसमें कपल अपने एग्स को फ्यूज कर आर्टिफिशियल तरीके से प्रेग्नेंट होता है. लेकिन कई बार इसमें अस्पताल वाले धोखा भी कर देते हैं.
आईवीएफ ट्रीटमेंट में ऐसे ही एक धोखे का शिकार हुआ जॉनसन परिवार. इस फैमिली के सामने धोखे की कहानी तब खुली जब उन्होंने मजाक में डीएनए टेस्ट करवाया. 47 साल की डोना जॉनसन और उसके पति 47 साल के वन्नेर को बारह साल के बाद पता चला कि उनका छोटा बेटा असल में उनका अपना बेटा नहीं है. वो अपने छोटे बेटे से बायोलॉजिकली जुड़े हुए नहीं हैं. इसके बाद परिवार के होश ही उड़ गए.
छोटे बेटे में हुआ धोखा
जॉनसन परिवार ने मजाक-मजाक में डीएनए टेस्ट करवाया था. कपल के दो बेटे हैं. 18 साल का वन्नेर जूनियर और 12 साल का टीम. इस टेस्ट में ये बात सामने आई कि उनका छोटा बेटा उनकी औलाद नहीं है. पहले उन्हें लगा कि ये गलती है लेकिन बाद में ये बात कन्फर्म हो गई. यूएस के उटाह के रहने वाले इस कपल को ये समझते देर नहीं लगी कि आईवीएफ में ये गड़बड़ी हुई है.
कपल ने की बेटे के असली मां बाप की तलाश
आईवीएफ ने भरी थी गोद
इस कपल ने दोनों बच्चे आईवीएफ के जरिये किये थे. डोना को बच्चे होने से पहले हार्निया हुआ था. इसी की सर्जरी में कुछ गड़बड़ी हो गई थी जिसके बाद वो प्रेग्नेंट नहीं हो पाई. ऐसे में कपल ने आईवीएफ का सहारा लिया. लेकिन अब पता चला कि उनका छोटा बेटा असल में उनका नहीं है. आईवीएफ सेंटर पर हुई एक गलती के कारण ऐसा हुआ था. बाद में कपल ने इस बात की जानकारी अपने बारह साल के बेटे को भी दी. कपल के मुताबिक़, उनके बेटे ने इस न्यूज को काफी समझदारी से लिया और किसी तरह का कोई तमाशा नहीं किया. कपल की मदद से उन्होंने टीम के असली मां बाप को तलाशा और उनसे मुलाक़ात की. फिलहाल टीम कपल के साथ ही रह रहा है.
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