हरियाणा पुलिस ने रखा था 25000 का इनाम
डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के मुताबिक शमीम, समर गार्डन, मेरठ, यूपी का रहने वाला है। हरियाणा एसटीएफ को उसकी तलाश थी। थाना सदर, बहादुरगढ़ के एक मामले में हरियाणा पुलिस को उसकी तलाश थी। चार इंस्पेक्टर मनेंद्र सिंह, सोमिल शर्मा, सुनील व नीरज को अंतरराज्यीय वांछित अपराधियों के बारे में पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इनकी टीम ने जांच के बाद बीते अप्रैल में लिबासपुर दिल्ली के रहने वाले इनामी अपराधी कमल को गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम था।
तैयार किए थे 800 से ज्यादा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस
उससे पूछताछ में पता चला कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 800 से ज्यादा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट तैयार किए थे। कमल से ही पूछताछ में गिरोह के फरार अपराधी शमीम के बारे में जानकारी मिली, जो सिंडिकेट के प्रमुख सदस्यों में से एक है। मैनुअल और तकनीकी निगरानी के माध्यम से इनपुट को और विकसित किया गया। तब पता चला कि शमीम वाहनों के इंजन और चेसिस नंबर बदलने में माहिर है और वह मनोज बक्करवाला और नवाब के गिरोह सहित कई अन्य वाहन चोर सिंडिकेट के साथ काम कर रहा है।
बदले हुए चेसिस और इंजन नंबर और फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट वाले चोरी के वाहनों को वे लोग विभिन्न राज्यों के अपराधियों को बेच देते हैं। सेल को 12 मई को सूचना मिली कि शमीम, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, समयपुर बादली में किसी साथी से मिलने आने वाला है। वहां से उसे दबोच लिया गया। उसके पास से एक लोडेड कट्टा मिला। पूछताछ की गई और पता चला कि वह कुख्यात ऑटो लिफ्टर मनोज बक्करवाला का करीबी सहयोगी था। पूछताछ में उसने बताया कि मनोज बक्करवाला व नवाब आद गरोह उसे चोरी के वाहनों के चेसिस और इंजन नंबर बदलने का काम सौंपते हैं।
10 साल में चोरी किए 4000 वाहन
वह पिछले दस साल से इस नापाक हरकत में शामिल है। इस दौरान उसने 4000 से अधिक चोरी की गाड़ियों के चेसिस और इंजन नंबर बदले हैं। पिछले साल जुलाई में हरियाणा पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया था और मनोज बक्करवाला समेत इस सिंडिकेट के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उस दौरान शमीम भागने में सफल रहा था। वह तब से फरार चल रहा था। हरियाणा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 250 का इनाम घोषित किया था।
यह भी पता चला है कि इस गिरोह का कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गिरोह से गहरा संबंध है। कुछ समय पहले चिराग उर्फ कालू को हरियाणा पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया था जो पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपित कुख्यात अपराधी टीनू भिवानी का सगा भाई है। इसके कब्जे से कट्टा, कारतूस, 27 लोहे की छड़ें और वाहनों के इंजन व चेसिस नंबर बदलने में उपयोग किए जाने वाले उपकरण बरामद किए गए। शमीम मूलरूप से मेरठ का रहने वाला है।
उसके पिता पेशे से राजमिस्त्री हैं। उसने पहले मोदीपुरम, मेरठ में एक वाहन मरम्मत कार्यशाला में काम किया। वहां जब्बार से उसने चोरी की गाड़ियों के चेसिस और इंजन नंबर बदलने का गुर सीखा। इसके बाद उसने खुद ही यह काम शुरू कर दिया और चोरी के वाहनों के इंजन और चेसिस नंबर बदलने लगा। इसके खिलाफ पहले के सात आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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