मोक्षदायिनी मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का प्रतीक गंगा दशहरा मंगलवार को श्रद्धा, उल्लास के साथ मनाया गया। संगम समेत गंगा-यमुना के घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी।स्नान का क्रम भोर से शुरू हुआ जो शाम तक जारी रहा। स्नान के साथ श्रद्धालुओं में मां गंगा का सविधि पूजन किया।
घाटों पर दीपमालाएं सजाकार श्रद्धा निवेदित किया। संगम के अलावा दशावमेध घाट, बलुआघाट, गऊघाट पर श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाकर पाप से मुक्ति की कामना की। तीर्थपुरोहितों को अन्न, वस्त्र, फल, हाथ का पंखा, छाता, सत्तू, मिट्टी का घड़ा आदि दान किया। महिलाओं ने चुनरी चढ़ाकर मां गंगा से आशीष मांगा। इस बार ग्रहीय योग से गंगा दशहरा पर जेठ का अंतिम मंगलवार होने से पर्व की शुभता और बढ़ गयी। दूधिया रोशनी से नहाया संगम अलौकिक आभा बिखेरता रहा।
गंगा की निर्मलता के लिए जागृत रहें गंगा पुत्र : संसद
इस अवसर पर हरिहर गंगा आरती समिति की ओर आयोजित गंगा महोत्सव में सांसद केशरी देवी पटेल और समिति के संयोजक अवधेश चंद्र गुप्ता ने आरती पूजन किया। इस मौके पर सांसद ने कहा कि गंगा की निर्मलता के लिए गंगा भक्तों को जागृत रहना चाहिए। हरिहर गंगा आरती समिति के मंच पर गायिका शिवरंजनी तिवारी ने आरती-पूजन किया। शिवरंजनी को देश की प्रथम नौ वर्षीय जागरण गायिका माना जाता है।
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