दादरी- छात्रा को गोली मारने के मामले में शिव नाडर विश्वविद्यालय प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है। छात्रा गोली लगने से घायल थी और विश्वविद्यालय की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई कि छात्रा को कुत्ते ने काट लिया है।मामले में विश्वविद्यालय के द्वारा बरती गई घोर लापरवाही को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। विश्वविद्यालय के अंदर पिस्टल पहुंचने के मामले में भी सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए हैं।
शिव नाडर विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को दिन में लगभग एक बजे छात्र अनुज ने सहपाठी स्नेहा को गोेली मार दी थी। घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया।
सूचना मिलने पर विश्वविद्यालय के कर्मचारी घायल छात्रा को लेकर उपचार के लिए विश्वविद्यालय के अंदर बने अस्पताल में पहुंचे। जहां से छात्रा को एक निजी अस्पताल के लिए शिफ्ट कर दिया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय से पुलिस को फोन गया।
दादरी कोतवाली प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने बताया कि फोन पर विश्वविद्यालय से सूचना मिली कि बीए तृतीय वर्ष समाजशास्त्र की छात्रा कुत्ता काटने से घायल हो गई है। सूचना के बाद पुलिस विश्वविद्यालय में पहुंची। अस्पताल में तैनात एक महिला डाक्टर ने छात्रा को टांके लगाने की बात बताई।
विश्वविद्यालय की तरफ से किसी ने छात्रा को गोली लगने की जानकारी नहीं दी। कुछ देर बाद एक निजी अस्पताल से आए फोन से पता चला कि शिव नाडर विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा को गोली लगी है। पूरे मामले में विश्वविद्यालय ने पुलिस को गुमराह किया।
पुलिस ने बताया कि स्नेहा अपने माता-पिता की अकेली संतान थी। उनके पिता कानपुर में अधिवक्ता हैं। जांच के दौरान पता चला है कि घटना से पहले अनुज ने अपना वीडियो बना लिया था। छात्रा को गोली मारने के बाद उसे प्रसारित कर दिया। बाद में स्वयं को भी गोली मार ली थी।
सुरक्षा में दिखी घोर लापरवाही
विश्वविद्यालय के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। सघन जांच के बाद ही किसी को अंदर जाने दिया जाता है। ऐसे में पिस्टल लेकर छात्र का अंदर प्रवेश करना विश्वविद्यालय की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। अभी तक की जांच में पता चला है कि छात्र ने अपने किसी परिचित के माध्यम से पिस्टल खरीदी थी।
उसके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले में बरती गई लापरवाही पर विश्वविद्यालय व सुरक्षा एजेंसी को नोटिस जारी किया जाएगा।
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