लेकिन यह शादी ग्रामीणों को नागवार गुजरी, लोगों ने नवविवाहितों को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया. लड़की पक्ष भी इस शादी से नाराज है. आरोप है कि लड़की पक्ष के लोग लड़के और उसके रिश्तेदारों को धमका रहे हैं. पुलिस मामले को सुलझाने का हर संभव प्रयास कर रही है.
गढ़वा जिले के मझिआंव थाना क्षेत्र के आमर गांव के पछेयारा टोला निवासी लड़के ने रिश्ते में भतीजी लगने वाली लड़की के साथ जीवन बिताने की कसमें खाई और शादी कर ली. दोनों ने कोर्ट में नोटरी के माध्यम से और हैदर नगर देवी मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर शादी रचा ली है. दोनों एक-दूसरे के दूर के रिश्ते में चाचा-भतिजी लगते हैं.
दोनों प्रेमी जोड़े ने घरवालों की मर्जी के खिलाफ घर से भाग कर शादी रचाई. लड़के के पिता रामप्रवेश पासवान और उसकी मां राम दुलारी देवी ने दोनों का रिश्ता स्वीकार कर लिया है. लेकिन लड़की के परिजन इस शादी का विरोध कर रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारी इस शादी में दोनों पक्षों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास कर रहे हैं.
लड़के ने बताया कि वह लड़की के साथ पिछले पांच साल से प्रेम संबंध में है. जिसके बाद दोनों ने शादी करने और एक साथ जीने मरने का निर्णय लिया. शादी पिछले 16 मई को न्यायालय के नोटरी और 17 मई 2023 को पलामू जिले के हैदरनगर देवी धाम मंदिर में हुई. इसके बाद जब दोनों अपने घर आमर पहुंचे तो लड़की के परिजन और ग्रामीणों ने इस शादी का पुरजोर विरोध किया. दोनों को गांव में नहीं घुसने दिया.
ग्रामीणों का गुस्सा देखते हुए लड़के के परिवार वाले और लड़का-लड़की ने पूरे मामले से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया. उन्होंने पीड़ित पक्ष को थाने जाने के लिए कहा. लड़का और उसके परिवार वाले डरे सहमे हुए हैं. सभी ने थाने में शरण ली है. पुलिस मामले का समाधान खोजने में लगी हुई है.
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