वृंदावन बेवरेजेज के बॉटलिंग प्लांट की फैक्ट्री और गोदाम पर एसआईबी की 16 टीमें खातों की जांच और स्टॉक का मिलान कर रही हैं। साथ ही कंपनी की मेरठ स्थिति प्लांट पर भी एसआईकी की दो टीमें जांच कर रही हैं।
परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में रोड नंबर चार स्थित वृंदावन बेवरेजेज के प्लांट पर बुधवार सुबह 11 बजे गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) की विशेष अनुसंधान शाखा की 16 टीमें एक साथ छापेमारी के लिए पहुंची। दो टीमें मेरठ में भी जांच कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि 16 गाड़ियों से पहुंची इन 16 टीमों में सीजीएसटी और एसजीएसटी के कुल 56 अधिकारी शामिल हैं। टीम ने एहतियातन अपने साथ पुलिस बल को भी रखा था। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली मुख्यालय को सूचना मिली थी कि यहां लेनदेन कम दिखाया जा रहा है। ऐसे में दिल्ली की टीम ने कर चोरी की आशंका में विशेष अनुसंधान शाखा की टीम को यहां सीज एंड सीजर की कार्रवाई करने के लिए कहा।
उसी निर्देश के क्रम में बुधवार सुबह एसआईबी की टीम ने वृंदावन बेवरेजेज की फैक्ट्री और गोदाम पर छापेमारी की। मेरठ भी जांच के लिए दो टीमें लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि सीजीएसटी और एसजीएसटी के अधिकारियों ने फैक्ट्री और गोदाम में लेनदेन से संबंधित सभी कागजों को अपने कब्जे में ले लिया। कागजों के साथ स्टॉक का मिलान किया जा रहा है। फैक्ट्री और गोदाम में मौजूद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अंदर ही पूछताछ के लिए रोक लिया गया।
अधिकारियों का कहना है कि लेनदेन का कम विवरण देने और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाने वाली फर्मों के खिलाफ जीएसटी की एसआईटी टीमें सर्वे कर रही हैं। मुख्यालय को गुप्त सूचना मिली है कि कई व्यापारी-कारोबारी खरीद-फरोख्त का कम विवरण दिखा रहे हैं। उसी सूचना के आधार पर जारी की गई सूची में जिन फर्मों का नाम है, उनके यहां सीज एंड सीजर की सर्वे किया जा रहा है।
पिछले साल अक्टूबर में यहां पड़ा था आयकर छापा
बृंदावन बेवरेजेज लधानी ग्रुप की है। इसके मालिक गुलाब चन्द्र लधानी हैं। पिछले साल सात अक्टूबर को आयकर की टीमों ने लधानी ग्रुप के बरेली सहित लखनऊ, उन्नाव, नोएडा, आगरा, बरेली, दिल्ली व गुरुग्राम में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।
परसाखेड़ा के अन्य उद्यमियों में मची खलबली
वृंदावन बेवरेजेज के बॉटलिंग प्लांट पर जीएसटी टीम की छापेमारी की खबर से परसाखेड़ा स्थित कई बड़ी कंपनियों में खलबली मची हुई है। कई बड़े उद्यमी अपने रिकॉर्ड दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। शहर के कई बड़े उद्यमी दिनभर कार्रवाई की जानकारी लेने के लिए एक दूसरे को फोन करते रहे। मालूम हो कि इससे पहले 17 मई को बरेली के ही प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित गाला एजेंसीज पर भी जीएसटी की एसआईबी टीम ने सर्वे किया था। टीम ने जांच के बाद गाला एजेंसी पर कर एवं अर्थ दंड स्वरूप 35 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।
उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में होती है शीतल पेय की सप्लाई
परसाखेड़ा स्थित वृंदावन बेवरेजेज में कोकाकोला की बड़ी फैक्ट्री है। यहां से उत्तराखंड समेत आसपास के जिलों में माल सप्लाई किया जाता है। फैक्ट्री परिसर में शीतल पेय माजा, थम्सअप, कोका कोला, स्प्राइट, फेंटा, लिम्का, निंबूजा, किनले (पानी) के बॉटलिंग प्लांट हैं।
बयान::
मुख्यालय से प्राप्त निर्देश के अनुसार परसाखेड़ा स्थित वृंदावन बेवरेजेज की फैक्ट्री और गोदाम पर एसआईबी की 16 टीमें जांच कर रही हैं। कंपनी की मेरठ स्थित फैक्ट्री में भी दो टीमें जांच कर रही हैं। दस्तावेजों की जांच और स्टॉक मिलान के बाद जो कुछ भी सामने आएगा, उसी के अनुसार आगे कार्रवाई की जाएगी:विष्णु दत्त शुक्ला, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-वन, एसजीएसटी, बरेली
एक टिप्पणी भेजें