शामली। मेरठ-करनाल हाईवे के शामली बाईपास की जद में गोहरनी रेलवे के उपरिगामी पुल निर्माण के लिए उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल के अफसरों से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलने के बाद छह माह में रेलवे का उपरिगामी पुल बनकर तैयार हो जाएगा।मेरठ-करनाल हाईवे और शामली बाईपास का निर्माण दो साल से निर्माण एजेंसी करा रही है। हाईवे निर्माण का ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है। हाईवे और शामली बाईपास के उपरिगामी पुलों का निर्माण कार्य चल रहा है। शामली बाईपास की जद में गोहरनी और शामली में रेलवे का उपरिगामी पुल प्रस्तावित है।
पिछले दो साल से रेलवे के उपरिगामी पुल के पिलर खड़े हैं। पिछले छह माह से निर्माण एजेंसी की ओर से गोहरनी और शामली के बीच रेलवे उपरिगामी पुल की एप्रोच रोड पर मिट्टी डालकर भराव किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी को मेरठ-करनाल हाईवे और उपरिगामी पुलों के निर्माण का कार्य पूरा करने के लिए एनएचएआई की ओर से 31 मार्च 2023 का दिया गया समय पूरा हो चुका है। आनन-फानन में मेरठ-करनाल हाईवे की निर्माण एजेंसी ने बागपत एनएचएआई के अफसरों के माध्यम से गोहरनी रेलवे पुल निर्माण की अनुमति मांगी है।
एनएचएआई बागपत के परियोजना पीके सिन्हा ने बताया कि मेरठ-करनाल हाईवे के गोहरनी और करोड़ी बाईपास के पास रेलवे के उपरिगामी पुल निर्माण के लिए उन्होंने उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल के अफसरों से अनुमति मांगने के लिए पत्र लिखा है। अनुमति मिलने के बाद गोहरनी और करोड़ी रोड पर उपरिगामी पुल निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। रेलवे की अनुमति आने के अगले छह माह में गोहरनी पुल निर्माण पूरा हो जाएगा।
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