लोगों ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया, जहां काफी देर तक हंगामा चलता रहा। मृतक पक्ष ने गिरफ्तारी होने पर ही तेरहवीं करने की चेतावनी दी।
नगर पंचायत के वार्ड 12 के सभासद पद के चुनाव को लेकर शुरू हुई रंजिश में मंगलवार रात को वारदात को अंजाम दिया गया। कस्बे की चौधरान पट्टी में रहने वाले गजेंद्र उर्फ फाटा और उसके भाई भूदेव और अश्वनी पर फावड़े और धारदार हथियारों से हमला कर दिया गया था। जिसमें गजेंद्र फाटा की मौत हो गई थी।
मृतक पक्ष ने दस लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि दो नामजद आरोपियों को हिरासत में ले लिया था। शुक्रवार की सुबह मृतक पक्ष के लोग थाने में पहुंचे और गजेंद्र फाटा हत्याकांड में दो नामजद आरोपियों को छोड़ने का आरोप लगाया।
आरोपियों को छोड़ने के विरोध में थाने में मृतक पक्ष के लोगो ने हंगामा किया। जहां भूदेव, विपिन और सत्येंद्र समेत अन्य लोगों ने नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की। साथ ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक मृतक की तेरहवीं नही मनाने की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद ही तेरहवीं की जाएगी। इस मामले में थाना प्रभारी रवि रतन सिंह का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। किसी भी निर्दोष को नहीं फंसाया जाएगा और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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