विधवा बहू का आरोप है कि उसे संपत्ति में हिस्सा न देने की वजह से इस उम्र में वारिस पैदा किया है। दरअसल, मामला तब सुखिर्यो में आज महिला की विधवा बहू मामले को लेकर आगरा में परिवार परामर्श केंद्र में पहुंची थी। अधिकारियों के समझाने के बाद भी मामला नहीं सुलझा। अब उन्हें दूसरी तारीख दे दी गई है।
दरअसल, विधवा का पति महिला का इकलौती संतान था। उसकी शादी सैंया निवासी युवती से चार साल पहले कमला नगर थाना क्षेत्र के निवासी जिम संचालक से हुई थी। बताया जा रहा है कि दो साल पहले पति की हार्ट-अटैक से मौत हो गई। उनके कोई संतान नहीं है। पति की मौत के बाद विधवा बहू मायके में रहने लगी। उसने अपने सास-ससुर से संपत्ति में हिस्सा मांगा। विधवा बहू का आरोप है कि उसे संपत्ति में हिस्सा सासा ससूर नहीं देना चाहते है। पांच महीने पहले सास ने 58 वर्ष की उम्र में बेटे को जन्म दिया है। सास-ससुर ने इस उम्र में भी नया वारिस पैदा कर दिया। सारी संपत्ति उसके नाम ही करना चाहते हैं।
वहीं ससुर बहू के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वो बहू से गांव में रहने के लिए बोल रहे हैं, लेकिन वह तैयार नहीं है। इस पर बहू ने बताया कि सास-ससुर कहते हैं कि पैतृक गांव में रहो। वहां पर मकान नहीं बना है। मकान बनने पर ही वो रह सकती है। काउंसलिंग में जब यह मामला नहीं सुलझा सका तो दोनों पक्षों को आगे की तारीख दे दी गई। फिलहाल 58 साल की उम्र में बच्चे के पैदा होने को लेकर महिला चर्चा में है।
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