पश्चिमी यूपी के सात जिलों के करीब 78 गांव ऐसे हैं, जहां किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क नहीं है। निजी मोबाइल कंपनियां भी इन गांवों में नहीं पहुंची हैं। अब बीएसएनएल ने इन गांवों को 4जी नेटवर्क उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है।दिसंबर 2023 तक 4जी सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय करते हुए टावर लगाने का काम शुरू हो गया है। बीएसएनएल पश्चिमी यूपी परिमंडल के अधिकारियों ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। मवाना क्षेत्र के एक गांव, सहारनपुर जिले के नंगला, बेहट, नकुड़, देवबंद, सरसावा आदि इलाकों के 37 गांव तथा बिजनौर के धामपुर और नगीना क्षेत्र के 17 गांव इनमें शामिल हैं।
66 स्थानों पर लगेंगे टावर
बीएसएनएल पश्चिमी यूपी परिमंडल मुख्य महाप्रबंधक सूर्यकांत ने बताया कि मोबाइल नेटवर्क विहीन गांवों में लोगों को 4जी मोबाइल नेटवर्क लगाने के लिए कुल 66 टावर लगाए जाने हैं। इनमें से एक सेटेलाइट टावर मां शाकुंभरी देवी परिसर में स्थापित किया जा चुका है। एक-दो स्थानों पर और सेटेलाइन टावर लगाने पड़ें, लेकिन उपभोक्ताओं को मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध कराएंगे।
यहां उपलब्ध कराया जाएगा 4जी नेटवर्क उपलब्ध
मेरठ : मवाना का खानपुर गढ़ी
सहारनपुर : जिले के 37 गांव
बिजनौर : जिले के 17 गांव
पीलीभीत : जिले के आठ गांव
आगरा : जिले के पांच गांव :
औरैय्या : जिले के तीन गांव
रामपुर : जिले के दो गांव
बीएसएनएल पश्चिमी यूपी परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक, सूर्यकांत ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पश्चिमी यूपी के जिन गांवों में अभी तक किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क नहीं, वहां बीएसएनएल टावर लगाकर 4जी सेवा उपलब्ध कराने जा रहा है। इसके लिए टावर लगाने का कार्य शुरू कर दिया। बाद में इन टावरों को 5जी में आसानी से बदला जा सकेगा। मिशन-500 के तहत यह कार्य इसी साल के अंत तक पूरा कर उपभोक्ताओं को नेटवर्क उपलब्ध करा देंगे।
एक टिप्पणी भेजें