कोरोना काल में शादियां बेहद सादगी में हुईं। मगर पिछले साल से शादियों में रौनक फिर से लौट आई, जिससे इन पर होने वाले खर्च और बिजनेस में भी काफी इजाफा हुआ।
60 दिन में 32 लाख शादी और 3.75 लाख करोड़ खर्च
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के हवाले से बताया गया है कि 32 लाख शादियां पिछले साल केवल नवंबर से दिसंबर (जो कि दिवाली के आस-पास का शादियों के लिए काफी पीक टाइम होता है) के दौरान हुईं, जिससे भारत की वेडिंग इंडस्ट्री (Wedding Industry) के लिए 3.75 ट्रिलियन (लाख करोड़) रुपये या लगभग 45 अरब डॉलर का बिजनेस जनरेट हुआ।
यानी शादियों पर केवल 60 दिन में 3.75 लाख करोड़ रु खर्च हुए, जो एक दिन का 6250 करोड़ रु बनता है। 2019 के इन्हीं 2 महीनों में शादियों पर 2.5 लाख करोड़ रु खर्च हुए थे।
दिलचस्प हैं ये आंकड़े
पीक टाइम में दो महीने में भारत में 32 लाख शादियां
32 लाख शादियों पर 3.75 लाख करोड़ रु खर्च
रोज खर्च हुए 6250 करोड़ रु
शादियों में 1 करोड़ रु का खर्च आम बात
सजावट, गहने और मेहमानों के मनोरंजन पर सबसे अधिक पैसा खर्च
महंगी शादियों में एक दिन में एक मेहमान पर खर्च होते हैं करीब 75000 रु
1 करोड़ का खर्च है आम बात
CAIT के मुताबिक पिछले साल के आखिर में ज्यादातर शादियों पर खर्च रहा 3,657 डॉलर (3 लाख रु) से 121,902 डॉलर (1 करोड़ रु)। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो शादियों पर बहुत अधिक खर्च करते हैं।
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में वेडिंग डिजाइनर देविका नारायण के हवाले से बताया गया है कि कुछ शादियों पर लगभग केवल 250 से 500 मेहमानों पर ही 10 लाख डॉलर से 50 लाख डॉलर या इससे भी अधिक खर्च किए जाते हैं। भारतीय करेंसी में ये पैसा करीब सवा 8 करोड़ रु से 41 करोड़ रु तक बनता है।
किन चीजों पर होता है सबसे ज्यादा खर्च
नारायण के मुताबिक सजावट, गहने और मेहमानों के मनोरंजन पर सबसे अधिक पैसा खर्च किया जाता है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 200 मेहमानों के लिए टॉप-टीयर भारतीय लोकेशन पर मौजूद 5-स्टार होटल में दो दिन की डेस्टिनेशन वेडिंग का खर्च 365,706 डॉलर (3 करोड़ रु) से 609,510 डॉलर (5 करोड़ रु) तक हो सकता है।
डेली एक मेहमान पर कितना खर्च होता है
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में एम्पायर इवेंट्स के फाउंडर विक्रम मेहता के हवाले से बताया गया है कि 150 से 200 लोगों की शादी मे हर मेहमान पर हर दिन औसतन खर्च लगभग 792 डॉलर (65 हजार रु) से 913 डॉलर (75 हजार रु) होता है। अनुमान है कि भारतीय शादियों के खर्च में वृद्धि 2024 तक बरकरार रह सकती है।
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