आगरा-बरौली अहीर ब्लॉक के गंगरौआ प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक प्रदीप कुमार यादव वर्ष 2020 में छह महीने के लिए निलंबित रहे थे. बहाल होने के बाद उन्होंने विभाग में अपना एरियर अनुमोदित कराने को प्रार्थना पत्र दिया था.एरियर करीब ढाई लाख रुपए बन रहा था. आरोप है कि एरियर का भुगतान कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार 50 हजार रुपए मांग रहे थे. सात महीने तक भटकने के बाद शिक्षक ने एक महीने पहले विजिलेंस कार्यालय में शिकायत की. विजिलेंस ने कार्रवाई के लिए शासन से अनुमति लेकर आरोपी को पकडऩे के लिए जाल बिछाया.
बीईओ ने शिक्षक को बुलाया कार्यालय
गुरुवार को पीडि़त शिक्षक ने खंड शिक्षा अधिकारी से संपर्क कर कहा कि वह घूस देने के लिए तैयार है. खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार ने दोपहर दो बजे शिक्षक को बरौली अहीर ब्लॉक कार्यालय पर बुलाया. विजिलेंस निरीक्षक सत्यपाल टीम के साथ वहां पहुंच गए. ब्लॉक में उस समय बैठक चल रही थी. इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक को अपनी कार में बुलाया.
मथुरा से 10 साल पहले हुआ था ट्रांसफर
रिश्वत का लिफाफा लेते ही विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया. आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी अधिकारी बरादरी बरेली का मूल निवासी है और मथुरा से 10 वर्ष पहले स्थानांतरित होकर आगरा आया था. आरोपी का कहना था कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया है. एसपी विजिलेंस आदित्य कुमार शुक्ल ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार मेरठ विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा.
मिठाई खिलाकर लिफाफा थमाया, विजिलेंस ने दबोचा
शिक्षक प्रदीप कुमार यादव लड्डू भी साथ लेकर गया था. उसने खंड शिक्षा अधिकारी को पहले लड्डू खिलाया और कहा कि आपके कारण एरियर का भुगतान हो जाएगा. इसके बाद उन्हें घूस की रकम का लिफाफा दिया. जिसे पकड़ते ही विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया. विजिलेंस ने पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई है.
आरोपी अधिकारी बरादरी बरेली का रहने वाला है. आरोपी का कहना था कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया है. आरोपी को शुक्रवार मेरठ विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा.
आदित्य कुमार शुक्ल, एसपी विजिलेंस
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