लालकुआं की नगीना कॉलोनी में गुरुवार को रेलवे, पुलिस और प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। शुरुआत में लोगों ने विरोध जताया, लेकिन पुलिस प्रशासन के मामूली बल प्रयोग के बाद ही घरों को तोड़े जाने के विरोध में धरना दे रहे लोग तितर-बितर हो गए।
वहीं प्रशासन बिना किसी विवाद के कार्रवाई पूरी करना चाहता था। इस सबके बीच चंद मिनट में ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई। रेलवे भूमि पर बनी नगीना कॉलोनी से अतिक्रमण हटाने के लिए रेलवे, प्रशासन और पुलिस की टीम गुरुवार सुबह आठ बजे लालकुआं पहुंच गई।
वहीं अपने घरों को बचाने की आखिरी उम्मीद के साथ करीब पांच सौ लोग एक स्थान पर जमा होकर धरने पर बैठ गए। प्रशासन और पुलिस रणनीति तैयार करने में जुटे तो दूसरी तरफ लोग अतिक्रमण की कार्रवाई टलने के लिए दुआ मांगने लगे। एसडीएम मनीष कुमार और एसपी सिटी हरबंस सिंह ने लालकुआं कोतवाली परिसर में टीम को ब्रीफ किया।
करीब 10:00 बजे टीम नगीना कॉलोनी के लिए रवाना हो गई। उधर, धरना स्थल पर लोगों का शोर बढ़ता जा रहा था। ठीक 10:30 बजे टीम ने धरना स्थल पहुंचकर लोगों से सामान समेटने की अपील की, लेकिन लोग नहीं माने। इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो धरने पर बैठे लोग तितर-बितर हो गए। करीब पांच मिनट में पूरा धरना स्थल खाली हो गया। इसके बाद प्रशासन ने अतिक्रमण गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी। शाम तक कार्रवाई जारी रही।
50 साल से रह रहे थे परिवार
बुजुर्ग कलावती ने बताया कि करीब 50 साल पूर्व उनका विवाह नगीना कॉलोनी में हुआ था। यहीं उनके बच्चे हुए। बच्चों की शादी की और नाती पोते हुए। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन उन्हें बेघर होना पड़ेगा।
पहला घर टूटते ही सन्नाटा
ठीक 11:20 बजे बुलडोजर ने पहले घर को निशाना बनाया। एक बार में पूरा घर धराशाही हो गया। इसके बाद से लोगों ने कार्रवाई टलने की उम्मीद छोड़ दी। अब तक जमावड़ा लगाकर देख रहे लोग सामान समेटने में जुट गए।
हिरासत में लिए लोग
धरना स्थल पर कुछ महिलाओं और पुरुषों ने कार्रवाई का विरोध किया। पुलिस के समझाने पर भी वे नहीं माने। इस पर पुलिस ने पांच महिलाओं और सात पुरुषों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, कुछ समय बाद सभी को छोड़ दिया गया।
कॉलोनी में विरोध के बीच गरजी जेसीबी
रेलवे ने गुरुवार से प्रशासन और पुलिस की मदद से लालकुआं स्थित नगीना कॉलोनी से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस बीच अपने घरों को बचाने के लिए लोग धरने पर बैठ गए। नोकझोंक और पुलिस के लाठी फटकारने के बाद प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गए। इसके बाद जेसीबी चलाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई।
लालकुआं रेलवे पटरी के समीप बसी नगीना कॉलोनी को रेलवे ने अपनी भूमि बताया था। रेलवे ने करीब 4000 लोगों से रेलवे भूमि को खाली करने के लिए नोटिस जारी किए थे। इसके लिए रेलवे ने मुनादी कराई और घरों पर नोटिस चस्पा कर 10 दिन में अतिक्रमण हटाने का समय दिया था।
इधर, प्रभावित लोगों की याचिका पर हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई करने से इनकार कर दिया और अवैध कब्जा हटाने के आदेश जारी किए थे। गुरुवार को निर्धारित समय सुबह 10 बजे रेलवे, प्रशासन और पुलिस की टीम चार बुलडोजर के साथ नगीना कॉलोनी पहुंची। कुछ लोगों ने अतिक्रमण गिराने का विरोध में प्रदर्शन किया।
पुलिस ने लाठियां फटकारने के बाद पांच महिलाओं और सात पुरुषों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग तितर-बितर हो गए। लोग अपना-अपना सामान समेटने में जुट गए। पीछे-पीछे जेसीबी अतिक्रमण गिराती रही। कुछ देर बाद हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ दिया गया। देर शाम तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रही।
पहले दिन 50 फीसदी भूमि से अतिक्रमण हटा लिया है। विधायक निधि का बोर्ड हटाकर कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रहेगी। यहां सीओ हल्द्वानी भूपेंद्र धोनी, सीओ लालकुआं संगीता, लालकुआं कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा, एसओ मुखानी रमेश बोहरा, काठगोदाम प्रमोद पाठक, वनभूलपुरा नीरज भाकुनी, कालाढूंगी नंदन सिंह रावत, रामनगर अरुण कुमार रहे।
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