- मेरठ में पांच साल में दिल्ली जैसी 25 प्रेम कहानियों का दर्दनाक अंत , किसी ने कर दिए टुकड़े , किसी ने घर में दबा दिया शव | सच्चाईयाँ न्यूज़

बुधवार, 31 मई 2023

मेरठ में पांच साल में दिल्ली जैसी 25 प्रेम कहानियों का दर्दनाक अंत , किसी ने कर दिए टुकड़े , किसी ने घर में दबा दिया शव

 पहले झूठ बोलकर प्यार, फिर प्यार के नाम पर अय्याशी और फिर एक दिन बेरहमी से कत्ल! मेरठ में पांच साल में ऐसी 25 से ज्यादा प्रेम कहानियां रहीं, जिनका दर्दनाक अंत हुआ। हत्यारे ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दीं।किसी ने प्रेमिका के टुकड़े कर दिए तो किसी ने हत्या कर शव को घर के भीतर ही गफना कर फर्श बनवा दिया। दिल्ली में साक्षी हत्याकांड के बाद यह वारदातें फिर चर्चा में हैं।

धर्म छिपाकर की शादी फिर घर में ही बनाई कब्र

शमशाद अपनी पहचान छिपाकर एक महिला के साथ परतापुर के भूड़बराल में लिव इन में रह रहा था। महिला गाजियाबाद की रहने वाली थी जो पति से तलाक के बाद अपनी बेटी को लेकर उसके पास आ गई। महिला को शमशाद के धर्म का पता चला तो उसने विरोध कर दिया। शमशाद ने महिला व उसकी बेटी की हत्या कर घर के अंदर ही जमीन पर दबा दिया और ऊपर से फर्श बनवा दी।किसी ने प्रेमिका के टुकड़े कर दिए तो किसी ने हत्या कर शव को घर के भीतर ही गफना कर फर्श बनवा दिया। दिल्ली में साक्षी हत्याकांड के बाद यह वारदातें फिर चर्चा में हैं।

धर्म छिपाकर की शादी फिर घर में ही बनाई कब्र

शमशाद अपनी पहचान छिपाकर एक महिला के साथ परतापुर के भूड़बराल में लिव इन में रह रहा था। महिला गाजियाबाद की रहने वाली थी जो पति से तलाक के बाद अपनी बेटी को लेकर उसके पास आ गई। महिला को शमशाद के धर्म का पता चला तो उसने विरोध कर दिया। शमशाद ने महिला व उसकी बेटी की हत्या कर घर के अंदर ही जमीन पर दबा दिया और ऊपर से फर्श बनवा दी।

पहचान छिपाने को कर दिये शव के टुकड़े टुकड़े

शाकिब नाम का युवक अमन बनकर लुधियाना की युवती से मिला और उसे प्रेम जाल में फंसाकर मेरठ ले आया। युवती से लाखों रुपये ऐंठ लिए। जून, 2020 में युवती की फावड़े से काटकर हत्या कर दी। शव के टुकड़े-टुकड़े कर खेत में दबा दिया। कुत्ते शव को नोचते दिखे तो घटना खुली। बाद में आरोपी को दबोच लिया गया।

अपरहण कर कार में गैंगरेप हत्या कर शव फेंका

बुलंदशहर में एनएच-91 पर 2 जनवरी वर्ष 2018 को ट्यूशन पढ़कर घर लौट रही 12वीं की छात्रा को ऑल्टो कार सवार अपहरण कर ले गए और दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव गौतमबुद्धनगर के दादरी क्षेत्र में फेंक दिया। चलती कार में आरोपियों ने रेप की घटना को अंजाम दिया था। आरोपी दिलशाद, जुल्फिकार और इजराइल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दोषियों को जनपद न्यायालय से फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है।

अवैध संबंध के शक में उतारा मौत के घाट

लिसाड़ीगेट निवासी खालिद का एक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अगस्त, 2022 में खालिद महिला प्रेमिका को अपने जीजा के मकान में ले आया। रात में किसी बात को लेकर उसका विवाद हुआ और उसने फावड़े से काटकर महिला की नृशंस हत्या कर दी। बाद में खुलासा हुआ कि खालिद को महिला के अवैध संबंधों का शक था।

कांप उठा कलेजा

- मई, 2023 को मेडिकल थाना क्षेत्र में गुरुग्राम की युवती ने प्रेम विवाह किया, तीन महीने बाद ही पति ने हत्या कर शव जला दिया।

- फरवरी, 2023 को जानी थाना क्षेत्र में सिरफिरे प्रेमी ने प्रेमिका की उसी के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में युवक ने खुद को भी गोली से उड़ा लिया।

- मई, 2022 में फलावदा में घर में घुसकर युवती की गला दबाकर हत्या कर दी गई। गाजियाबाद निवासी युवक ने यह हत्या की थी, जिसे बाद में दबोच लिया गया

- मार्च, 2022 में परीक्षितगढ़ के नारंगपुर में शादीशुदा युवक ने प्रेमिका की हत्या कर दी।

- अक्टूबर, 2015 में परतापुर के इंद्रप्रस्थ में लिव इन में रह रही महिला की प्रेमी ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी और फरार हो गयादुर्गंध होने के बाद वारदात का खुलासा हुआ।

बुलंदशहर की प्रमुख घटनाएं

- मार्च 2021 में शिकारपुर के गांव हमीरपुर में 27 वर्षीय विवाहिता की सिरफिरे ने एकतरफा प्यार में बेरहमी से चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।

- नवंबर 2020 में जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के गांव से सिद्धनंगला में दुष्कर्म पीड़िता की फैसला न करने पर आग लगाकर हत्या कर दी गई थी।

- 23 अप्रैल 2023 को जहांगीराबाद में आरोपी फहीम ने पांच वर्ष की मासूम को अपहरण कर दुष्कर्म किया था और हत्या कर दी।

यह कहते हैं फोरेंसिक एक्सपर्ट

फोरेंसिक फील्ड यूनिट के प्रभारी, अंशुल कुमार ने कहा कि घटनास्थल का संरक्षित होना बेहद जरूरी है। संरक्षित न होने की स्थिति में साक्ष्य मिलने मुश्किल हो जाते हैं। अधिकांश जगहों पर लोगों की जागरुकता देखने में आई है। कई बार हत्यारा साक्ष्य मिटाने का प्रयास करता है। इसके बाद फोरेंसिक टीम को साक्ष्य संकलन में चुनौती का सामना करना पड़ता है।

पोस्टमार्टम भी बड़ी चुनौती

इमर्जेंसी व पोस्टमार्टम, प्रभारी, डा. यशवीर सिंह ने कहा कि ऐसे शव जो टुकड़ों में बरामद होते हैं, उनका पोस्टमार्टम किसी चुनौती से कम नहीं होता। ऐसी स्थिति में बोर्ड का गठन किया जाता है। ताकि कोई गलती न हो। वीडियोग्राफी कराई जाती है। डीएनए के लिए पार्ट्स प्रिजर्व कराया जाते हैं। बरामद पार्ट्स किस हालत में हैं यह भी देखा जाता है। जरूरत होने पर एफएसएल को जांच में शामिल किया जाता है। सिमटम्स के आधार पर भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनती है।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो ऐसे मामलों की सुनवाई

वरिष्ठ अधिवक्ता, अनिल बख्शी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में बढ़ने का कारण ओटीटी है। यहां जिस तरीके से क्राइम को और क्रिमिनल को हीरो बना कर दिखाया जा रहा है, वह एक बड़ा कारण है। सरकार को फिल्मों में हिंसा और गंदगी को ध्यान देना चाहिए। ऐसा कृत्य करने वालों पर त्वरित व सख्त कार्यवाही होगी तो क्रिमिनल के मन में डर बढ़ेगा। जिस तरह पोक्सो के मामलों में सुनवाई होती है, उसी तर्ज पर ऐसे मामलों की भी सुनवाई हो।



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