इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित मैसेंजर एप्लिकेशन में क्रायपवाइजर, एनिग्मा, सेफस्विस, विकरमे, मीडियाफायर, ब्रियर, बीचैट, नंदबॉक्स, कॉनियन, आईएमओ, एलिमेंट, सेकेंड लाइन, जांगी और थ्रेमा शामिल हैं।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पाकिस्तान में आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में ओवरग्राउंड वर्कर्स और अन्य गुर्गों को कोडेड संदेश भेजने के लिए एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया गया था।देश की सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाले मोबाइल एप्लिकेशन पर कार्रवाई कोई नई बात नहीं है। दरअसल, सरकार पहले कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुकी है। पिछले कुछ वर्षों में भारत सरकार ने भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रही होने का हवाला देते हुए लगभग 250 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जून 2020 से सरकार ने 200 से अधिक चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनमें टिकटॉक, शेयरइट, वीचैट, हेलो, लाइक, यूसी न्यूज, बिगो लाइव, यूसी ब्राउजर, एक्सेंडर, कैमस्कैनर, पबजी मोबाइल और गरेना फ्री फायर जैसे लोकप्रिय मोबाइल गेम शामिल हैं।
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