पुलिस ने नाबालिग आरोप को पकड़ा है, फिलहाल उसे बाल सुधार गृह में रखा गया है.
दरअसल, 22 मई को जूनागढ़ पुलिस को 12 साल के नाबालिग के गुम होने की सूचना मिली थी. उसकी तलाशी के लिए पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया था. इसी दौरान ऊपरकोट किले की खाई में बच्चे का शव मिला था. परिवार ने शव लापता बेटे के होनी की पुष्टि की थी. इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी.
इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि नाबालिग को जुआ खेलने की आदत थी. पुलिस को पता चला था कि दो दिन पहले पिता ने स्कूल फीस के लिए नाबालिग को 1400 रुपये दिए थे. जब पुलिस ने शव बरामद किया था तो उसके पास से वह रुपये नहीं मिले थे.
धक्का मारा फिर सिर कुचला
पुलिस की पूछताछ में नाबालिग को आखिरी बार उसके दोस्त के साथ देखे जाने की बात सामने आई. जब पुलिस ने उसके नाबालिग दोस्त को पकड़ और सख्ती से पूछताछ की तो उसने दोस्त की हत्या की बात कबूल कर ली.
नाबालिग आरोप ने पुलिस को बताया कि वह अपने दोस्त के साथ ऊपरकोट किले की पहाड़ी पर जुआ खेलने के लिए गया हुआ था. इस दौरान दोस्त उसके सारे पैसे जीत गया था. हम दोनों का पैसों को लेकर झगड़ा हो गया. मैंने गुस्से में उसे पहाड़ी से धक्का दे दिया. फिर नीचे जाकर पत्थर से उसका चेहरा खराब कर दिया और वहां से रुपये लेकर भाग आया. पुलिस का कहना है कि 15 साल के आरोपी नाबालिग के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.
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