टीवी पर बहुत पहले एक रिफाइंड आइल के विज्ञान को आपने देखा होगा। जब एक बच्चा मनपसंद खाना न मिलने के कारण मां से नाराज हो जाता है। बच्चा नाराज होकर घर से भागकर कहीं पार्क में बैठ जाता है। बाद में जब बच्चे को उसके दादाजी घर में मम्मी ने गरमा गरम जलेबी बनाई है बताते हैं तो जलेबी का नाम सुनते ही बच्चा घर लौट आता है। ऐसा ही वाकया मेरठ में हुआ। एक 9 साल की छोटी बच्ची को घर में मनपसंद सब्जी नहीं मिली तो रुठकर घर से बाहर निकल गई। बच्ची घर से 6 किमी दूर एक पार्क में जाकर बैठ जाती है। जहां बच्ची को खोजते हुए पुलिस पहुंचती है और उसे मिठाई का लालच देकर वापस लाती है।
मेरठ के थाना टीपी नगर में 9 साल की बच्ची को घर पर मनपसंद सब्जी नहीं मिली तो बच्ची नाराज हो गई। नाराज बच्ची ने परिजनों से होटल से मनपसंद सब्जी लाने के पैसे मांगे। परिजनों ने उसे पैसे नहीं दिए तो गुस्से में बच्ची ने घर छोड़ दिया। दौड़कर घर से भाग गई। बच्ची के पीछे उसकी बड़ी बहन रोकने दौड़ी लेकिन वो नहीं रुकी। अचानक बच्ची रास्ते से गायब हो गई। तो घबराई बड़ी बहन ने परिजनों को बताया। बच्ची के अगवा होने से घबराए परिजन फौरन पुलिस के पास पहुंचे वाकया बताया। सूचना पर पुलिस सीसीटीवी के आधार पर बच्ची को खोजने लगे।पुलिस दोपहर 3 बजे से बच्ची को खोजती रही लेकिन बच्ची का सुराग नहीं मिला। सीसीटीवी को आधार बनाकर पुलिस शाम 5.30बजे टीपीनगर के एक पार्क में पहुंची। जहां बच्ची गुस्से में मुंह फुलाए बैठी थी। बच्ची को देखकर पुलिस ने पहचान लिया। पुलिस किसी तरह बच्ची को अपने साथ ले आई। जहां सीओ शुचिता सिंह ने बच्ची की काउंसिलिंग की तो बच्ची ने नाराजगी का कारण बताया।
सीओ ने थाने लाकर बच्ची की काउंसिलिंग कराई। बच्ची ने काउंसिलिंग में बताया कि चार भाई-बहनों में मम्मी-पापा उसे सबसे कम प्यार करते हैं। सीओ ने बच्ची को समझाया कि मम्मी-पापा सभी को बराबर प्यार करते हैं। उसके बाद बच्ची ने भी भरोसा दिलाया कि अब वह कभी इस तरह का कदम नहीं उठाएगी। बच्ची का आरोप था कि मम्मी-पापा उसे प्यार नहीं करते।बिहार निवासी तारकेश्वर पत्नी, 5 बच्चों के साथ टीपीनगर किशनपुरा में रहते हैं। रेलवे स्टेशन पर वेंडर हैं। तारकेश्वर की 9 साल की बेटी प्रिया शनिवार दोपहर 1 बजे मां की डांट से नाराज होकर घर से निकल गई। शाम 6बजे पुलिस उसे घर से 6 किमी दूर पार्क से वापस लाई। इंस्पेक्टर संतशरण सिंह ने बताया कि 5 टीमें लगाकर बच्ची की तलाश कराई। वो मिल गई।सीओ शुचिता सिंह ने पहले बच्ची की हर बात सुनी, उसके बाद उसे समझाया। बताया कि किस तरह समाज में गलत गंदे लोग हैं जो बच्चों के साथ मिसबिहेव करती हैं। बच्ची भी सीओ की बात सुनकर समझ गई कि उसने गलत काम किया है। इसके बाद बच्ची को उसके परिजनों को दे दिया गया। सीओ ने बताया कि बच्ची सकुशल बरामद कर ली गई है। परिजनों को भी समझाया है कि बच्चों की टेककेयर करें।
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