बुधवार, 19 अप्रैल 2023
मिली जानकारी के मुताबिक, जियो मोबाइल टावर डांग जिले के आहवा तालुका के धवलिदोड गांव में स्थित है. यह टावर करीब 2 साल से बंद है। 350 से अधिक ग्राहक 2 साल से इस समस्या का सामना कर रहे हैं क्योंकि टावर स्थान से सिर्फ 1 किमी दूर पास के गांव में नेटवर्क कवरेज नहीं दे रहा है। इस संबंध में कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होने पर जियो से नाराज लोगों ने मोबाइल टावर की ऑप्टिकल फाइबर केबल काट दी। जानकारी के मुताबिक, कोtटबा गांव में जियो के 300 से ज्यादा और घुबीटा गांव में 150 से ज्यादा ग्राहक हैं, जो हर महीने रिचार्ज कराते हैं,
लेकिन नेटवर्क नहीं होने के कारण जियो की सेवा से वंचित रह जाते हैं. जिससे ग्राहकों के हर महीने के रिचार्ज के पैसे बर्बाद हो जाते हैं। लोगों का कहना है कि टावर लगाने की जगह का चयन ठीक से नहीं किया गया है। जिससे आसपास के गांवों में भी नेटवर्क नहीं आ रहा है और नेटवर्क न पकड़ पाने की समस्या उत्पन्न हो गई है. ग्राहकों ने मांग की है कि जियो के शीर्ष अधिकारी इस मुद्दे को देखें और जल्द से जल्द इस मुद्दे को हल करें। अन्यथा भविष्य में ऐसे नुकसान होते रहेंगे, जिसके लिए संबंधित जिओ अधिकारी जिम्मेदार होंगे। रिलायंस जियो के तकनीशियनों से मिली जानकारी के मुताबिक, 5 मार्च को करीब 11.30 बजे और 6 मार्च को करीब 10 बजे जियो मोबाइल टावर साइट डाउन हो गई.
सूचना मिलते ही तकनीशियन व उनका स्टाफ मौके पर पहुंच गया। जांच में पता चला कि धवलीदोड और घुबीटा के बीच ओवरब्रिज पर ऑप्टिकल फाइबर केबल कटी हुई थी। टीम ने केबल ठीक कर दी, लेकिन साइट अभी भी बंद थी। आगे की जांच के बाद कोटबा गांव के पास जंगल में एक और ऑप्टिकल फाइबर केबल कटी हुई मिली। टीम ने अपनी जांच जारी रखी। 6 मार्च की रात जब दोबारा साइट डाउन हुई तो टीम ने दोबारा चेकिंग की तो घुबीटा गांव के पास ऑप्टिकल फाइबर केबल कटी हुई मिली। वहीं कोटबा गांव के जंगल में केबल उसी जगह से कटी मिली, जहां पिछली बार कटी थी। जिससे जियो के 2,500 से ज्यादा ग्राहकों को इस समस्या का सामना करना पड़ा।
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