बुधवार, 29 मार्च 2023
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ताजा हमला बोला है. वैष्णव ने कहा, राहुल खुद को देश से ऊपर मानते हैं. अपने अहंकार के चलते वो अयोग्य करार दिये गये हैं.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, राहुल गांधी ने OBC समाज का जो अपमान किया उसपर अगर कोर्ट ने फैसला किया तो वे कहते हैं कि कोर्ट ही गलत हैं. उन्हें लगता है कि एक परिवार में पैदा हो गए तो इस देश पर राज करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है. वे खुद को संसद और कोर्ट से ऊपर मानते हैं.
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, राहुल गांधी को लगता है कि अगर संविधान में सदस्यता रद्द करने का प्रावधान है तो उनपर लागू नहीं होना चाहिए. क्योंकि देश पर राज करना उनका अधिकार है और बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान के तहत जितने लोकतांत्रिक संस्थान बनाए हैं वे सब उनसे नीचे है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, जो लोग हम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, उन्हें यह याद करने की कोशिश करनी चाहिए कि कैसे यूपीए सरकार के दौरान देश में संस्थानों को कमजोर करने की साजिश चल रही थी. जब देश के प्रधानमंत्री विदेश का दौरा कर रहे थे, उस समय प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक अध्यादेश को फाड़ना क्या लोकतंत्र है.
एक ओर बीजेपी लंदन में लोकतंत्र पर दिये बयान और मोदी सरनेम मामले को लेकर राहुल गांधी से माफी की मांग पर अड़ी हुई है, तो दूसरी ओर कांग्रेस राहुल गांधी की अयोग्यता और अदाणी मुद्दे पर केंद्र सरकार को लगातार घेरने की कोशिश में है. कांग्रेस सहित विपक्षी दल के नेता इस मुद्दे पर सड़क से लेकर संसद तक विरोध प्रदर्शन में उतर गये हैं.
कांग्रेस ने अदाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग पर जोर देने के साथ राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में प्रखंड से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक एक महीने के आंदोलन कार्यक्रमों की घोषणा की. इनमें अप्रैल के दूसरे सप्ताह में यहां आयोजित होने वाला 'जय भारत महा सत्याग्रह' भी शामिल है. प्रदर्शन कार्यक्रमों में लाल किले से शुरू हो रहा 'लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च' तथा 28 और 29 मार्च को देश भर के 35 प्रमुख शहरों में 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' की एक शृंखला शामिल है.
एक टिप्पणी भेजें